उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द श्रीवास्तव ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि महिलाओं की भूमि पर अधिकार होना बहुत ज़रूरी है। महिलाओं को आर्थिक शक्ति के लिए कृषि योग्य भूमि होना जरूरी है। भारत में महिलाओं के भूमि स्वामित्व के आंकड़े व्यापक नहीं हैं, लेकिन यह एक निराशाजनक तस्वीर भी पेश करता है। आर्थिक रूप से, कृषि कार्यबल में महिलाओं की हिस्सेदारी अस्सी प्रतिशत से अधिक है, लेकिन उनके पास कृषि योग्य भूमि का केवल बारह से तेरह प्रतिशत है। महिलाओं के सशक्तिकरण के साधन के रूप में भूमि के अधिकारों का महत्व काफी हद तक स्पष्ट है। इसके होने से महिलाओं को रोजगार का अवसर मिलता है। भारत में भूमि से सम्बंधित मौजूदा कानूनी ढांचा महिलाओं के लिए भूमि अधिकार प्राप्त करना बहुत मुश्किल बना रहा है