उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि वर्षा की कमी का सबसे बड़ा कारण जलवायु परिवर्तन है।वर्षा न होने का कारण खेतों में परली का जलाना है। आजकल खेतों में होने वाली फसलों की कटाई संयुक्त मशीनों से की जाती है, चाहे वह धान की फसल हो या गेहूं की फसल। इन दोनों फसलों की कटाई कंबाइन मशीनों द्वारा की जाती है। कंबाइन मशीन अनाज को निकालती है और डंठल को खड़े खेतों में छोड़ देती है, इसलिए किसान इसे खेतों में जलाते हैं।उस फसल को जलाने से पृथ्वी पर सभी जीव मर जाते हैं जो वर्षा को प्रभावित करते है। पहले जब कंबाइन मशीन से फसल की कटाई नहीं होती थी, जब लोग हाथ से काटते थे, तो ऐसा नहीं होता था। उस समय वर्षा की समस्या नहीं होती थी।