उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमजान अली , मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि महिलाऐ को अब भी उन्हें फलाने की माँ ,बेहेन ,पत्नी आदि के नाम से पहचाना जाता है। बड़ी आबादी में महिलाओं को उनके नाम से नहीं जाना जाता है। इसी कारण ही समाज में मॉर्डन दिखने की कोशिश करते है। महिलाएं भी आप अपनी पहचान और संस्कृति खो रही है। महिलाओं का सांस्कृतिक पहनावा भी गुम होता जा रहा है।