उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पितृसत्तात्मक व्यवस्था में यह सोच बहुत गहरे तक बैठी है कि जमीन पुरुषों के नाम ही होनी चाहिए।नौकरी के लिए पुरुष के शहरी क्षेत्र में प्रवास के बाद पुरे एरिया में कृषि क्षेत्र में महिला की संख्या बढ़ी है। बावजूद इसके अभी भी जमीन का मालिकाना हक़ नही के बराबर है। यही नही विवाहित महिला से उनके पीहर पक्ष द्वारा निरंतर दबाव बनाया जाता है कि वो पैतृक सम्पत्ति पर अपना अधिकार छोड़ दें। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।