उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि तपती धूप के कारण सूखा पड़ सकता है और जंगल में आग लगने का खतरा बढ़ सकता है। गर्म हवाएँ फसलों तथा वन जीवों को नुकसान पहुँचाती हैं और मनुष्यों के लिए घातक होती हैं।हवा स्थिर हो जाती है, इसलिए प्रदूषण ताजी हवा से बजाय पर्यावरण में ही बना रहता है। वैश्विक ताप के परिणामस्वरूप पृथ्वी के तापमान में वृद्धि हुई है। ध्रुओं की बर्फ तेजी से पिघलने लगी है ,जिसके कारण समुद्र का जलस्तर बढ़ रहा है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।