उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जलवायु परिवर्तन का तात्पर्य तापमान और मौसम के पैटर्न पर दीर्घकालिक बदलाव से है। जो मुख्यरूप से जीवाश्म ईंधन जैसी जलने जैसी मानवीय गतिविधियों के कारण होता है।इससे समुद्र के स्तर में वृद्धि और जैव विविधता का नुकसान होता है, जो हमारी पर्यावरण अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। पृथ्वी पर जीवन के लिए अनुकूल जलवायु होगा तभी यहाँ जीवन संभव है। हाल के वर्षों में इसमें हो रहे परिवर्तन ने विश्व स्तर पर चिंता बढ़ाई है। कोयला, तेल, प्राकृतिक गैस आदि जैसे जीवाश्म ईंधन के जलने के कारण पृथ्वी का वायुमंडल तेजी से जलवायु परिवर्तन से गुजर रहा है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।