उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हम कुछ दिनों तक भोजन के बिना जीवित रह सकते हैं लेकिन पानी के बिना तीन दिनों से अधिक जीवित नहीं रह सकते हैं यदि हम संरक्षण को प्राथमिकता नहीं देते हैं, तो हमारे बच्चे और आने वाली पीढ़ियां पानी की कमी से पीड़ित होंगी।जल है तो कल है। इसके बाद भी जल अनावश्यक रूप से बर्बाद किया जाता है। हमें यहां यह नहीं भूलना चाहिए कि जल संकट का समाधान जल संरक्षण है। हमने हमेशा सुना है कि जल ही जीवन है।