उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वर्तमान भारतीय समाज में सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक प्रगति के बावजूद आज महिलाओं को एक दायित्व के रूप में देखा जाता है। उनके पास सामाजिक और व्यावसायिक रूढ़ियों के कारण विकास के सीमित अवसर हैं। जो उन्हें अपने व्यक्तित्व को पूरी तरह से विकसित करने से रोकते हैं। महिलाओं को पारिवारिक संपत्ति का अधिकार नहीं है क्योंकि उनके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार किया जाता है।