पर्यावरण और आर्थिक विकास एक दूसरे से परस्पर जुड़े हुए है। किसी भी देश की प्रगति के लिए आर्थिक विकास बहुत आवश्यक है। इस क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में जल, जल, ईंधन, मिट्टी जैसे प्राकृतिक संसाधनों की आवश्यकता होती है।