विजय सत्य की हुई हमेशा, हारी सदा बुराई है ! आया पर्व दशहरा बतलाता, करना सदा भलाई है !! साथियों, भारत एक त्यौहारों का देश है और यहां पर कई प्रकार के त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाये जाते हैं। सभी त्योहारों के पीछे कोई विशेष महत्व होता है। इन्हीं त्यौहारों में दशहरा भी एक मुख्य त्यौहार है। यह त्यौहार हर वर्ष अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है। हिन्दू धर्म के त्योहारों में दशहरा का त्यौहार मनाने के पीछे भी एक मुख्य कारण है। क्योंकि इस दिन से पहले मां दुर्गा ने लगातार नौ दिनों तक महिषासुर से युद्ध किया था और इसी दिन इसका वध किया था। | इसी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने ने भी लंका के राजा रावण का वध किया था तब से इस विजय स्मृति को विजयादशमी के पर्व के रूप में मनाया जाता है | दशहरा प्रतीक है बुराई पर अच्छाई की जीत का, अहंकार के पराजय का और दुनियाँ में सत्य के महत्व को दर्शाने का। दोस्तों आइए आज के दिन हम शपथ लें .. अपने जीवन में लोभ, लालच और अत्याचारी वृत्तियों को त्यागकर, क्षमारूपी बन कर जीवन जियेंगे। दशहरा के इस पावन अवसर पर आप सभी को मोबाइल वाणी परिवार की और से विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं।

स्वतंत्रता दिवस पर एक खास मुलाकात राजगोपाल पी.व्ही .के साथ

Transcript Unavailable.

आषाढी यात्रा के लिए वारकरी भक्तों का जत्था आंळदी के लिए बेरडी से रवाना ।======================= सौंसर विकास खंड के ग्राम रामाकोना एवं बेरडी से महाराष्ट्र के आंळदी के लिए भक्तों का जत्था रवाना हुआं । जो आंळदी से श्री तीर्थक्षेत्र पंढरपुर जाने वाली पालकी व पैदल वारी मे शामिल होगी । यात्रा की विशेषता पैदल वारी पंढरपुर यात्रा की विशेषता है। वारी का अर्थ है बरसों से लगातार यात्रा करना। इस यात्रा में शामिल होने वालों को वारकरी के नाम से जाना जाता है। जब से वारी का आरंभ हुआ, तब से पीढ़ी दर पीढ़ी वारकरी पैदल यात्रा करते हैं। इसी तरह की वारी पैठनतुल्य श्री तीर्थक्षेत्र रामाकोना व बेरडी से निकाली गयी । यात्रा का हुआ जोरदार स्वागत क्षेत्रिय विधायक विजय चौरे ने पालकी का पूजन कर वारी मे जाने वाले वारकरीयो का पुष्प मालाओं से स्वागत किया इस अवसर पर राधेश्याम रूंघे, मारोती महाराज काकडे नाना रुंघे , विठ्ठल गायकवाड़ सुधाकर गुर्वे देवराव रुंघे वामण गुर्वे आदी प्रमुख रूप से उपस्थित थे । यह सभी वारकरी दिंडी सह आंळदी से पंढरपुर के लिए निकलने वाली पालकी यात्रा मे शामिल होगी पैदल वारीकर देवशयनी एकादशी के दिन पंढरपुर पहुंचेगी। महाराष्ट्र में कई स्थानों से ऐसी सैकड़ों वारियां एकत्रित होकर एक बड़ा कारवा बनेगा। जो विठ्टल महराज का दर्शन कर वापस लौटेगी।

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

विविध धार्मिक स्थलों की यात्रा पर रवाना हुए 200 श्रद्धालु

नागपुर - नागपुर से भी मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में स्थित चमत्कारीक हनुमान मंदिर में हनुमान जंयती पर भक्तों ने पहुंच कर लगाई हाजरी की पूजा अर्चना इस चमत्कारी हनुमान मंदिर में हनुमान जयंती पर लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं जिसमें अधिकतर भक्तों की संख्या महाराष्ट्र से होती है ।

ऐसे मनाना होली का त्यौहार, पिचकारी से बरसे सिर्फ प्यार, यह मौका अपनों को गले लगाने का, तो गुलाल और रंग लेकर हो जाओ तैयार। होली का त्योहार आते ही लोग अपने दोस्तों और परिवार वालो को होली की शुभकामनाएँ और बधाई सन्देश भेजने लगते हैं। होली एक ऐसा रंगबिरंगा त्योहार है, जिसे हर धर्म के लोग पूरे उत्साह और मस्ती के साथ मनाते हैं। प्यार भरे रंगों से सजा यह पर्व हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन खोलकर भाई-चारे का संदेश देता है। इस दिन सारे लोग अपने पुराने गिले-शिकवे भूल कर गले लगते हैं और एक दूजे को गुलाल लगाते हैं। बच्चे और युवा रंगों से खेलते हैं। तो आइये हम सभी मिल कर इस पर्व को हर्षों उल्लास के साथ मनाये आप सभी श्रोताओं को मोबाइल वाणी परिवार की और से होली पर्व की ढेर सारी शुभकामनाएँ।

उटेकाटा में संत कुटी निर्माण के लिए भूमि पूजन किया और श्री तिर्थ क्षेत्र रामाकोना में मंदिरों को दी भेंट