तेजस्विनी परियोजना के द्वारा दिया जा रहा हर क्लब पर विभिन्न प्रकार के कौशल का प्रशिक्षण। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
झारखंड राज्य के दुमका जिला से संदीप कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि जामा के आरसीटी केंद्र में shg के दीदियों ने शुरू किया ब्यूटीपार्लर प्रशिक्षण लेकर होंगे स्वरोजगार। इस खबर को पूरा सुनने के लिए ऑडियो लिंक पर क्लिक करें।
जामा प्रखंड के बेदिया पंचायत में स्वास्थ्य विभाग एवं सिनी एनजीओ के द्वारा दिया गया साथिया पीयर को प्रशिक्षण।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
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नागरिक कल्याण कार्यक्रम के तहत नारगंज स्थित एसएसबी की 35वीं बटालियन द्वारा प्लम्बिंग व टेलरिंग का प्रशिक्षण मंगलवार से नारगंज एसएसबी कैंप में प्रारंभ हो गया. 12 दिवसीय इस प्रशिक्षण में 20 युवको को प्लम्बिंग व 20 युवतियों को टेलरिंग का प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन 35वी वाहिनी सीमा शस्त्र बल के कमांडेंट मनोरंजन कुमार पांडेय के निर्देशानुसार उपकमांडेंट संजय प्रसाद के नेतृत्व में किया गया. मौके पर उपस्थित प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए श्री प्रसाद ने प्रशिक्षण के उद्देश्य के बारे में विस्तारपुर्वक बताया. कहा कि,प्रशिक्षण देने का हमारा उद्देश्य यह है कि प्रशिक्षु खुद के हुनर को तराश कर स्वाबलंबी बने,खुद का व्यवसाय या कोर्स से संबंधित नौकरी हासिल करे. कहा कि,प्रशिक्षण प्राप्त कर आप खुद का छोटा मोटा कारोबार,दुकान की शुरुवात कर सकते है. इस प्रशिक्षण के बाद और भी ज्यादा हुनर हासिल करने के लिये प्रशिक्षु संबंधित संस्थानों का सहारा ले सकते है.. उन्होंने यह भी कहा अगर क्षेत्र में किसी और विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता हैं,तो बेझिझक ग्रामीण संपर्क कर सकते है. प्रशिक्षुओं से अपने गांव अपने समाज में अभिभावकों,बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरुक करने व इसका महत्व बताने की अपील की. प्रशिक्षुओं को बिछियापहाड़ी पंचायत की मुखिया छिता मरांडी,पिपरा पंचायत के मुखिया लुकस मुर्मू ने भी संबोधित करते हुए उन्हें प्रशिक्षण की हर बारीकियों को सीखने की बात कही. मौके पर टेलरिंग के प्रशिक्षक बजरंग घोष और प्लम्बिंग के प्रशिक्षक मो बाबर अंसारी द्वारा सभी प्रशिक्षुओं को कोर्स से संबंधित प्रशिक्षण की प्रारंभिक जानकारियां दी गयी. इस मौके पर काफी संख्या में एसएसबी के जवान मौजूद थे.इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
नारगंज स्थित एसएसबी की 35वीं बटालियन द्वारा प्लम्बिंग व टेलरिंग का प्रशिक्षण मंगलवार से नारगंज एसएसबी कैंप में प्रारंभ हो गया. 12 दिवसीय इस प्रशिक्षण में 20 युवको को प्लम्बिंग व 20 युवतियों को टेलरिंग का प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन 35वी वाहिनी सीमा शस्त्र बल के कमांडेंट मनोरंजन कुमार पांडेय के निर्देशानुसार उपकमांडेंट संजय प्रसाद के नेतृत्व में किया गया. मौके पर उपस्थित प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए श्री प्रसाद ने प्रशिक्षण के उद्देश्य के बारे में विस्तारपुर्वक बताया. कहा कि,प्रशिक्षण देने का हमारा उद्देश्य यह है कि प्रशिक्षु खुद के हुनर को तराश कर स्वाबलंबी बने,खुद का व्यवसाय या कोर्स से संबंधित नौकरी हासिल करे. कहा कि,प्रशिक्षण प्राप्त कर आप खुद का छोटा मोटा कारोबार,दुकान की शुरुवात कर सकते है. इस प्रशिक्षण के बाद और भी ज्यादा हुनर हासिल करने के लिये प्रशिक्षु संबंधित संस्थानों का सहारा ले सकते है.. उन्होंने यह भी कहा अगर क्षेत्र में किसी और विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता हैं,तो बेझिझक ग्रामीण संपर्क कर सकते है. प्रशिक्षुओं से अपने गांव अपने समाज में अभिभावकों,बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरुक करने व इसका महत्व बताने की अपील की. प्रशिक्षुओं को बिछियापहाड़ी पंचायत की मुखिया छिता मरांडी,पिपरा पंचायत के मुखिया लुकस मुर्मू ने भी संबोधित करते हुए उन्हें प्रशिक्षण की हर बारीकियों को सीखने की बात कही. मौके पर टेलरिंग के प्रशिक्षक बजरंग घोष और प्लम्बिंग के प्रशिक्षक मो बाबर अंसारी द्वारा सभी प्रशिक्षुओं को कोर्स से संबंधित प्रशिक्षण की प्रारंभिक जानकारियां दी गयी. इस मौके पर काफी संख्या में एसएसबी के जवान मौजूद थे। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
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झारखण्ड राज्य के दुमका जिला के जामा प्रखंड से संदीप कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहते है की, जामा प्रखंड के पचरुखी आँगनबाड़ी केंद्र में सीनी संस्था के द्वारा समुदाय के लोगो को जलवायु परिवर्तन के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण सीनी संस्था के कार्यकर्त्ता विकाश राव और लालधन पंडित के द्वारा विस्तार पूर्वक दिया जा रहा है। जलवायु परिवर्तन क्या है, मौसम किसे कहते है, जलवायु परिवर्तन से क्या नुकसान हो रहा है इस बारे में चर्चा किया गया। पर्यावरण के बचाव हेतु लोगों को जागरूक किया गया। जल संरक्षण को लेकर ग्रामीणों से मुलाकात किया गया और इसका प्लान तैयार किया गया। गाँव का सोशल रिसोर्स मैप भी तैयार किया गया, इसमें यह दिखाया गया है की गाँव के खाली जमीन पर हमें ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करवाना है, जल संरक्षण के लिए जल की बर्बादी को रोकना है और जल सोख्ता गड्ढा का निर्माण के लिए समुदाय के लोगों को प्रेरित करना है।
16 से 24 आयु वर्ग के किशोरी ओर युवतियो को तेजस्विनी परियोजना से किया जा रहा है प्रशिक्षत
जामा प्रखंड के बिजयबन्ध में ग्रामीणों को दिया गया जलवायु परिवर्तन पर प्रशिक्षण