Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

विकसित भारत संकल्प यात्रा गफ्फार नगर पहुंची पहुंची कार्यक्रम में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लाभार्थियों को प्राप्त हुआ व जानकारी साझा की गई

ग्राम सचिवालय भुजौली शुक्ल का रविवार रात को अज्ञात चोरो ने ताला तोड़कर लाखो के समान पर हाथ साफ कर फरार हो गए।सुबह इसकी जानकारी होने पर प्रधान ने पुलिस को तहरीर दे दिया है।पुलिस मामले की जांच करने मे लगी हुई है।      नेबुआ नौरंगिया थाना के ग्राम सचिवालय भुजौली शुक्ल मे रविवार रात को अज्ञात चोरो ने ताला तोड़ दिया और अंदर रखा दो इन्वटर की बैटरी, दो पंखा,सीसीटीवी मनिट्रिंग बाक्स सहित एक लाख से अधिक का समान पर हाथ साफ कर फरार हो गए हैं।इसकी जानकारी सोमवार सुबह को हुई जब प्रधान विनय शुक्ला पंचायत भवन पर पहुचे तो उन्होंने देखा की ताला टूटा हुआ और अंदर से उक्त समान चोरी हो गई है।प्रधान ने इसकी शिकायत पुलिस को दिया जिसके बाद प्रभारी निरीक्षक हर्षवर्धन सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुचकर जांच किया।प्रधान सहित ग्रामीणो ने बताया कि पुलिस उनके क्षेत्र मे रात्रि गस्त नही करती है,जिससे चोरी घटनाएं हो रही हैं।प्रधान ने कहा की इस चोरी की घटना को यदि पुलिस जल्द खुलासा नही करती है तो ग्रामीणो का समूह एसपी से मिलकर शिकायत कर खुलासा की मांग करेंगे। 

Transcript Unavailable.

विशुनपुरा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत पिपरा बुजुर्ग में जिम्मेदारों के अनदेखी के कारण शौचालय बदहाल  के साथ सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है जिससे लोगों को तमाम तरह की संक्रमित बिमारियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं पिपरा बुजुर्ग गांव ओडीएफ प्लस गांव में भी चयनित है फिर भी सफाई व्यवस्था बदहाल है,वहीं आबादी के बीच कुछ जगहो पर कूड़ा डंप किया जा रहा है जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।     विशुनपुरा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम सभा पिपरा बुजुर्ग  जनवरी 2023 मे ओडीएफ प्लस गांव में चयनित है,गांव मे समुदायिक शौचालय तो बना है लेकिन बरसात के मौसम मे बंद रहता है। पिछले प्रधान के समय मे सात सौ निजी  शौचालय बनवाया गया है।जिसमे से करीब 400 शौचालय  बदहाल स्थिति मे है।जिससे खुले मे अधिकांश लोग शौच के लिए जाते हैं।ओडीएफ गांव तो हो गया फिर भी सफाई व्यवस्था बद से बद्तर है। ऐसे में ओडीएफ प्लस गांव सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह गया है जब की धरातल पर सफाई व्यवस्था कुछ और ही बयां कर रही है।विडंबना यह है कि पिपरा बुजुर्ग ओडीएफ प्लस गांव में कई महीनों से नालियों की सफाई नहीं होने से नालियां जाम पड़ी हुई है, ऐसे में नालियां जाम होने के कारण उसमें से उठ रही दुर्गंध से लोग खासा परेशान हैं।वहीं गांव की सड़कों व‌ गलियों में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिससे ग्रामीणों का रहना काफी मुश्किल हो गया है, जिसपर जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि नाली का कभी सफाई नहीं होता है जिससे नालियां जाम पड़ी हुई है।गांव के अविनाश चौधरी, ,लतीफ अंसारी,अजीमुल हक,जितू,सूरज समेत ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों समेत ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी को होने के बाद भी गांव में सफाई व्यवस्था जस का तस बना हुआ है।इस संबंध मे ग्राम प्रधान पति दिनेश जायसवाल ने बताया की हमारे गांव मे सफाई कर्मचारियों की संख्या दो की है।यहां पर पांच सफाईकर्मियों की तैनाती होनी जरूरी है।यह गांव मे बड़ा बाजार भी है जिसके वजह से जगह जगह गंदगी लगा हुआ है।अधिकांश शौचालय जो बदहाल है उसको चिन्हित करके मरम्मत करवाया जाएगा। 

नेबुआ नौरंगिया ब्लाक क्षेत्र का पांच दशक पुराने विद्युत केंद्र रामपुर कोटवा पर क्षमता से दोगुने उपभोक्ता हो गए हैं। इसके चलते केंद्र निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति देने में हांफने लगा है। मरम्मत के अभाव में जर्जर भवन की छत से बारिश के दिनों में पानी टपकता है। इससे उपकेंद्र के मशीनों को बचाने के लिए कर्मी फिडरों को तिरपाल से ढक कर किसी तरह से लोगों को बिजली आपूर्ति करते हैं।    रामपुर कोटवा में वर्ष 1971 में रामपुर कोटवा के नाम से 33 केवीए का विद्युत उपकेंद्र का निर्माण कराया गया था। इस उपकेंद्र से ब्लाॅक, सामुदायिक केंद्र,थाना के साथ खड्डा ब्लाॅक के 30 और नौरंगिया के 50 गांवों के उपभोक्ता को बिजली आपूर्ति की जाती है। 20 हजार क्षमता वाले इस उपकेंद्र पर अब 40 हजार उपभोक्ताओं का लोड है। कनेक्शन तो बढ़ा दिए गए, लेकिन केंद्र की क्षमता नहीं बढ़ाई गई। इससे लो-वोल्टेज से लेकर लाइन ट्रिप की समस्या लोगों को झेलनी पड़ती है।दस एमबीए के एक पांच एमबीए के ट्रांसफाॅर्मरों के भरोसे दो लाख आबादी को खजुरी,कोटवा बलकुड़िया, मठिया,नेबुआ, सरपतही और कुर्मी पट्टी समेत सात फिडरों से बिजली आपूर्ति होती है।रात मे रोशनी सहित गर्मी के दिनो मे गर्मी से निजात पाने के लिए लोगों के पास मात्र एक सहारा बिजली ही है, लेकिन उपकरण जर्जर व ओवरलोड बढ़ने से ट्रिपिंग और इनकमिंग केबल में फाल्ट अक्सर होने से बिजली आपूर्ति घंटों बाधित हो जाती है। एक साथ सभी फिडरों से बिजली आपूर्ति देने पर 33 केवीए की मेन लाइन का जमफर जल रहे हैं। रात में फाल्ट होने पर बिजली कर्मियों के काफी मशक्कत करनी पड़ती है।इस संबंध मे उपकेंद्र के एसडीओ रुपेश कुशवाहा का कहना है कि उपकेंद्र की क्षमता वृद्धि नहीं होने और उपभोक्ता दोगुना बढ़ने से लाइन ट्रिप व ओएचटी केबल फाल्ट की समय बार-बार उत्पन्न हो रही है।33 केवीए की एक ही लाइन होने के चलते उस पर भी लोड बढ़ गया है।केंद्र पर और दो और 10 एमबीए के ट्रासफार्मर की जरूरत है।यदि यह लग जाता तो सारी समस्याओं का निदान हो जाता।उसके साथ दो जेई का भी जरूरत है।