उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर से आकांक्षा श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को पैतृक संपत्ति पर अधिकार मिलना चाहिए सुप्रीम कोर्ट ने पैतृक संपत्ति पर बेटियों के अधिकार के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि बेटे शादी तक ही बेटे रहते हैं लेकिन बेटी हमेशा बेटी होती है। शादी के बाद बेटों के इरादों और व्यवहार में बदलाव आते हैं, लेकिन बेटी जन्म से लेकर मृत्यु तक माता-पिता की प्यारी बेटी होती है। दो हजार पाँच में, हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम में एक संशोधन किया गया था, जिसमें पहली बार बेटियों को भी पैतृक संपत्ति में अधिकार दिया गया था, लेकिन यह अधिकार उन लोगों को दिया गया था जिनके पिता की मृत्यु 9 सितंबर दो हजार पाँच के बाद हुई थी, सर्वोच्च न्यायालय ने इस तारीख और वर्ष की शर्त को समाप्त कर दिया।
उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं और सत्तारूढ़ दल की लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं ऐसी ही एक व्यवस्था है। जिसमें सरकार और सत्तारूढ़ दल को नियमित अंतराल पर लोगों द्वारा चुना जाता है, वे दुनिया भर में फैले हुए हैं और लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर आधारित हैं जिसमें लोगों को अपने नेताओं को चुनने की स्वतंत्रता है। सरकारी निर्णयों को चुनने और उनमें भाग लेने की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को समान संवेदनशीलता और सरकारी प्रतिनिधित्व के माध्यम से संरक्षित किया जाता है। ये प्रक्रियाएँ लगातार विकसित हो रही हैं ताकि लोगों का विश्वास और विश्वास सुरक्षित रहे। सत्तारूढ़ दल के लिए समर्थन बनाए रखना लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका अर्थ है कि सरकार की स्थापना लोगों द्वारा चुने गए नेताओं और उनके कार्यकाल को पूरा करने के माध्यम से की जानी चाहिए।
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विद्यार्थियों में सेवा भाव पैदा करता है राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर शिवम सिंह (एसडीएम) खजनी गोरखपुर।। राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर से स्वयं सेवक विद्यार्थियों में सेवा का भाव पैदा होता है। समाज और राष्ट्र के प्रति समर्पण और प्रेम की भावना जागृत होती है, साथ ही विद्यार्थियों में शिष्टाचार और सदाचार का भाव उत्पन्न होता है। वीर बहादुर सिंह पीजी कॉलेज हरनहीं में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के साप्ताहिक शिविर के समापन के अवसर पर उक्त विचार उप जिलाधिकारी खजनी शिवम सिंह ने व्यक्त किए। उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया। इससे पूर्व शिविर के समापन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे एसडीएम ने दीप जलाकर सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम को अंशुमाली धर भक्ति द्विवेदी तथा प्राचार्य डॉ. के.पी. चौरसिया ने भी संबोधित किया और सभी आगंतुक अतिथियों के प्रति आभार जताया। संचालन कार्यक्रम प्रभारी डॉ.पुष्पा पांडेय ने किया। इस अवसर पर विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें स्वयंसेवक सेविकाओं के द्वारा स्वागत गीत,नृत्य,देशभक्ति गीत,व्याख्यान आदि प्रस्तुत किए। इस दौरान लालदेव यादव, व्यास यादव,डॉक्टर निलांबुज सिंह, डॉ.अरुण कुमार नायक, युसूफ आजाद, श्रीनारायण त्रिपाठी,शैलेंद्र कुमार, सुमंत मौर्य, राजन, डॉक्टर पुष्पा मिश्रा,वीरेंद्र सिंह, अभिमन्यु, नसीमाबानो,ऋषिकेश, लवकुश यादव, राजकुमार, रोली सिंह, अर्चना सिंह, अरुण कुमार सिंह सहित तीनों इकाइयों महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी और वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के सभी स्वयंसेवक सेविकाएं मौजूद रहे।
हरनहीं से सिकरीगंज तक 10 मीटर चौड़ी होगी सड़क गोरखपुर सिकरीगंज गोला मार्ग के चौड़ीकरण के काम में अब खजनी तहसील क्षेत्र के हरनहीं कस्बे से सिकरीगंज तक सड़क को भी 10 मीटर चौड़ा बनाया जायेगा। प्रदेश शासन लोकनिर्माण विभाग द्वारा इस पर कुल 60 करोड़ 58 लाख रुपये खर्च होंगे। इसकी कुल दूरी 13.075 किमी है। सड़क चौड़ीकरण के लिए शासन ने वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। बता दें कि नौसढ़ से हरनहीं तक 10 मीटर चौड़ी सड़क का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है। पीडब्ल्यूडी की जेई निधि त्रिपाठी ने बताया कि शासन से स्वीकृति मिलने के बाद अब टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जल्दी ही इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। अभी सड़क की चौड़ाई सिर्फ सात मीटर है। क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान ने बताया कि हरनहीं से सिकरीगंज के लिए और महदेवा बाजार से दुघरा से सोपारा तक सड़क के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया था। जिसे अब शासन से भी वित्तीय,और प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई। सड़क के निर्माण से क्षेत्र के लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी।
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दुकान से सामान खरीदने जा रही किशोरी से गांव के युवकों ने की छेड़खानी हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के एक गांव की किशोरी सामान खरीदने के लिए समीप के चौराहे पर एक दुकान पर जा रही थी। रास्ते में उसके गांव के ही दो युवकों ने किशोरी को रास्ते में रोक कर उसके साथ छेड़खानी की। किशोरी के विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की और धमकी देने लगे। किशोरी की भाई की तहरीर पर पुलिस ने दोनों आरोपितों के विरुद्ध छेड़खानी,मारपीट और धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर लिया। हरपुर-बुटहट पुलिस को दी गई तहरीर में किशोरी के भाई ने बताया है कि बीती शाम तीन बजे उसकी बहन बगल के चौराहे पर घर का सामान खरीदने जा रही थी। रास्ते में गांव के दो युवकों ने उसे रोक लिया और छेड़खानी की। विरोध करने पर मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। किशोरी किसी तरह युवकों के चंगुल से बचकर घर आई और अपने भाई को पूरी बात बताई। तहरीर के आधार पर पुलिस ने रवि चौरसिया और रितेश विश्वकर्मा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सौर्य उर्जा से समृद्ध बनेगा देश-संजय मिश्रा कुंडा भरत गांव में सौर्य उर्जा और आनुवंशिक विज्ञान पर साक्षरता गोष्ठी का आयोजन हुआ। खजनी गोरखपुर।। सौर्य उर्जा और आनुवंशिक विज्ञान के प्रति ग्रामवासियों को जागरूक करने के लिए बांसगांव ब्लॉक क्षेत्र के कुंडा भरत गांव में एक दिवसीय साक्षरता गोष्ठी का आयोजन किया गया।सौर्य उर्जा को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए, विषय विशेषज्ञ संजय मिश्रा ने ग्रामवासियों को बताया कि उर्जा के सभी वैकल्पिक स्त्रोतों से बेहतर और स्वच्छ ऊर्जा के स्त्रोत के रूप में सौर्य उर्जा उत्पादन के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार के द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने विस्तार सहित योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि सौर्य उर्जा से ही देश की आर्थिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा और भारत दुनियां की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी का लक्ष्य हासिल करेगा। साथ ही वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना साकार होगा। वहीं आनुवंशिक विज्ञान स्वस्थ जीवन की सरल कुंजी विषय पर लोगों को जागरूक करते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रवक्ता यादव तथा अभिनव त्रिपाठी ने कहा कि अनुवंशिक रोगों से बचाव के लिए उसकी जानकारी होना जरूरी है। इस दौरान सभी आनुवंशिक रोगों की जानकारी देते हुए उनकी समय रहते पहचान करने और उनसे बचाव के उपाय बताए गए। कार्यक्रम के संयोजक सत्येंद्र कुमार ने सौर्य उर्जा तथा आनुवंशिक विज्ञान पर आधारित गोष्ठी के महत्व को बेहतरीन तरीके से रेखांकित करते हुए आयोजन के उद्देश्य बताए।साक्षरता गोष्ठी का संचालन अर्द्धचंद्रधारी त्रिपाठी ने किया तथा अध्यक्षता और आभार ज्ञापन ग्रामप्रधान रमेश पासवान ने किया। इस अवसर पर संतोष तिवारी, राहुल, नवनाथ, कमलाकांत त्रिपाठी, राजनारायण त्रिपाठी, बाबूलाल यादव, रामजीत शर्मा, टिकोरी, रणजीत पासवान, रामकृपाल, बालमुकुंद, मनोज कुमार, रामप्रीत यादव, राजेश तिवारी, लक्ष्मी शंकर, दयानंद, कुसुम, ललिता,पूनम, छविलाल यादव, इंद्रावती,अजोरा,धर्मावती,सरिता,कौशिल्या,मोनी,बिंदु,पुष्पा,उर्मिला, सपना सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी मौजूद रहे।
रात को सोते समय मुंह में लौंग रखने के अद्भुत फायदे हैं। आम तौर पर मसाले में प्रयोग किए जाने वाले लौंग वानस्पतिक अर्थात रसायनिक नाम सिज़ीजियम एरोमैटिकम है। मटेंसी कुल के 'यूजीनिया कैरियोफ़ाइलेटा' नामक मध्यम कद वाले सदाबहार वृक्ष की सूखी हुई पुष्प कलिका है। लौंग का अंग्रेजी पर्यायवाची क्लोव है। जो लैटिन शब्द क्लैवस से निकला है। इस शब्द से कील या काँटे का बोध होता है, जिससे लौंग की आकृति का सादृश्य है। दूसरी तरफ लौंग का लैटिन नाम 'पिपर' संस्कृत/मलयालम/तमिल के 'पिप्पलि' से आया हुआ लगता है। लौंग एक प्रकार का मसाला है। इस मसाले का उपयोग भारतीय पकवानों में बहुतायत में किया जाता है। इसे औषधि के रूप में भी उपयोग में लिया जाता है। यदि आप रात को सोते समय अपने मुंह में लौंग रख कर सोते हैं तो निश्चय ही यह आप की कई प्रकार की स्वास्थ से संबंधित परेशानियों में मददगार साबित होगा। इसका पहला लाभ यह है कि मुंह से दुर्गंध या सांसों की गंध को रोकने में मदद करता है। दूसरा लाभ है कि दांतों के दर्द मसूड़ों के इन्फेक्श को रोकने में सहायक होता है। तीसरा लाभ है कि यह डायबिटीज अर्थात मधुमेह को कम करने में अहम भूमिका निभाता है। चौथा लाभ है कि मूत्र विकार अथवा पेशाब में जलन की समस्या को कंट्रोल करता है। इसके साथ ही वजन रोकने, पेट या लीवर में सामान्य इन्फेक्शन,एसीडिटी,गैस बनने,अपच आदि की समस्याओं को दूर करने में भी सहायक होता है। आयुर्वेद अर्थात आयूष चिकित्सा से जुड़ी यह सामान्य जानकारी आप सभी के लिए सेहतमंद बने रहने के लिए सहायक हो सकती है।
घरेलू हिंसा की शिकार ज्यादातर सूदूर देहात क्षेत्र में रहने वाली गृहिणियां होती हैं। हालांकि अब भारतीय न्याय संहिता ने महिलाओं में जागरूकता बढ़ाई है,जिसके चलते अब स्कूलों में जाने वाली छात्राएं घर में मां दादी चाची ताई या पास पड़ोस में रहने वाली आंटी दीदी के साथ होने वाली घरेलू हिंसा की जानकारियां देने लगी हैं। प्रशासन द्वारा जारी किए गए महिला हेल्पलाइन चाइल्ड हेल्पलाइन और अन्य टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर के जरिए अब महिलाओं से जुड़े घरेलू हिंसा जैसे मामलों में कमी आ रही है। फिर भी शराब पी कर घर आने वाले पिता,पति या भाई के द्वारा महिलाओं को मारना पीटना अब भी जारी है। किंतु पहले की तुलना में सोशल मीडिया और इंटरनेट मीडिया के आज के दौर में अब महिलाएं तेजी से जागरूक हो रही हैं और अपने खिलाफ होने वाले अत्याचार तथा घरेलू हिंसा के प्रति मुखर विरोध करने लगी हैं। किंतु आज भी हमारी सामाजिक परिवार व्यवस्था का ताना-बाना कुछ इस तरह से उलझा हुआ है कि रात में घरेलू हिंसा का शिकार होने वाली महिलाओं को उनकी अपनी ही मां सास पड़ोस की अम्मा यह कहते हुए दबा देती हैं कि अब अपने घर की समस्या को चौराहे पर ले जाएगी या थाना पुलिस होगा तो तुम्हारे ही परिवार की बहुत बदनामी होगी। बच्चों पर इसका गलत असर पड़ेगा आदि इत्यादि। लेकिन घरेलू हिंसा के प्रति आवाज उठाना हर महिला का संवैधानिक हक़ और अधिकार है उन्हें बोलना होगा। बोलेंगे तो ही यह समाज बदलेगा और स्त्री पुरुष के समानता के अधिकार को समाज को स्वीकार करना होगा।