सिवान: आंदर प्रखंड के पतार स्थित रामजानकी मंदिर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय श्रीरामकथा के दूसरे दिन राम कथा में आरती व पूजन के लिए सैकड़ों श्रद्धालुओं शामिल हुए। इस दौरान आचार्य द्वारा वेदी का पूजन कराया गया ।साथ ही कथा वाचक बलराम दास जी के मुखारविंद से रामकथा में राम जन्म प्रसंग का वर्णन किया गया। बलराम दास जी महाराज ने बताया कि राम का जन्म केवल रावण को मारने के लिए नहीं हुआ था अपितु मानव जाति को कैसे पुत्र पिता का धर्म होना चाहिए कैसे गुरु और शिष्य, भक्त और भगवान का धर्म होना चाहिए यह सभी ज्ञान देने के लिए हुआ था। बिन राम यह जीवन व्यर्थ है। कथा श्रवण के लिए आयोजन करता छोटे सिहं,मुन्ना सिहं,बिजय सिहं,सम्भू सिंह के साथ आसपास गांव के सैकड़ों लोग पहुंचे हुए थे।