. छठ महापर्व सृष्टि चक्र का प्रतीक भी है. इस पर्व में पहले डूबते सूर्य की पूजा होती है. फिर उगते सूर्य की. सूर्य ही हमारे जीवन का स्त्रोत हैं चाहे अपनी रोशनी से हमें जीवन देना हो या हमें भोजन देने वाले पौधों को भोजन देना, सूर्य का संपूर्ण जगत आभारी है. हम आजीवन उनके उपकारों से लदे रहते हैं. सूर्य अंधकार को विजित कर चराचर जगत को प्रकाशमान करते हैं. विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।