आंदर प्रखंड के पतार सरयू तट स्थित रामजी बाबा मंदिर में नाग पंचमी पर दूध चढ़ाने के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से शाम तक उमड़ी रही। लोगों का मानना है कि भगवान भोलेशंकर के साथ रामजी बाबा को दूध चढ़ाने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिल जाती है ।हलाकि यहां पिछले 2 वर्ष कोरोना के कारण पूजा-पाठ बंद रहा,परंतु इस साल रामजी बाबा को दूध चढ़ाने के लिए यूपी और बिहार से लाखों श्रद्धालु पहुंचे हुए थे।। ग्रामीणों की माने तो रामजी बाबा की मृत्यु सर्पदंश से हो गयी थी। मृत्यु के बाद परिजनों के सपने में आकर बोले कि जो दूध लावा चढाएगा, वह सर्पदंश से नहीं मरेगा। तभी से प्रतिवर्ष नाग पंचमी पर लाखों लोग दूध लावा चढ़ाने पहुंचते हैं। इसके साथ ही मेले का भी आयोजन किया जाता है। पूरी जानकारी के लिए लिंक को अभी क्लिक करें।