मेरा नाम प्रतिमा है मैं बख्तियारपुर थाने से हूं और मैं अभी बहुत अच्छा लगा मुझे मीटिंग करके कई बार मेरी ट्रेनिंग हो चुकी है और इस बार हमने अकेले ही आज मीटिंग करवाया है तो बहुत अच्छा लगा किसी मैं पहले कभी किसी के सामने बोल नहीं पाती थी लेकिन आप अकेले मीटिंग करवा कर ऐसा कॉन्फिडेंस आ गया है मुझ में कहीं भी बोल सकते हैं किसी भी मुद्दे पर बात उठा सकते हैं किसी की जरूरत नहीं है यार हो मैडम हो पुलिस हो के मुखिया जी हो किसी की जरूरत नहीं है इतना कॉन्फिडेंस में अकेले ही किसी के सामने बोल सकते हो पहले था कि मैं घर से बाहर निकलना चाहती थी और अब देखो अकेले ही हमने जैसे तैसे करके लोगों को झूठ आपकी और अकेले ही हमने मीटिंग के लिए तो बहुत अच्छा लगा है क्योंकि अगर इंसान चाहे तो क्या नहीं कर सकता वह कहते हैं ना कि मान लिया तो हार और ठान लिया तो जीत में सबसे कहना चाहती हूं आप भी हमसे जुड़िए सुरक्षा बल शक्ति पहले से आप भी जोड़िए पर आधी सुरक्षित रखी है और खुद दूसरे को भी रखिए कि कि देखिए सोसायटी भी हमसे ही बना तो उनकी जिम्मेदारी भी हमारी ही है कि हम किस तरह से सफाई को लेकर चले क्या है क्या नहीं कि लोग कहते हैं ना कि कुछ भी करने से पहले हम लोगों को ध्यान देना चाहिए तो हमारी बच्चियां भी सुरक्षित नहीं है तो उस पर भी हमें ध्यान देना चाहिए क्या गलत हो रहा है क्या सही है तो सो प्लीज मैं आपसे कहना चाहूंगी कि नहीं कि आप भी अकेले कर सकते हैं अगर करेंगे तो आपके अंदर भी कॉन्फिडेंस आएगा फिर कहीं भी पूछती आप बोल सकते हैं किसी भी मुद्दे को लेकर आप हाथ उठा सकते कहा हम इस मुद्दे पर बात कर सकते तो आज ही मैं मीटिंग से आई हूं तब तक चैनल का जो मध्य विद्यालय में था मुझे बहुत अच्छा लगा मैडम नहीं थी पुलिस भी नहीं कि मेरे साथ हमने अकेले ही मीटिंग करा हमने बहुत अच्छा लगा |