भीषण गर्मी और लू के कारण स्वास्थ्य, पर्यावरण, कृषि और अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ रहे हैं, इन सभी खतरों से निपटने के लिए हमें तैयारियां करनी होंगी।

गर्मी से बचने के लिए सभी जरुरी कदम उठाने होंगे | बिजली का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल ना करें, पानी का सही इस्तेमाल करें और जब तक ज़रूरी ना हो, घर से बाहर धुप में ना निकले |

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बिजली निगम का हाल, 175 करोड़ खर्च

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बिजली बिल जमा कराने वाले कर्मचारी अब उपभोक्ताओं तक पहुंचकर बिजली बिल जमा करेंगे।

पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम में पीएम सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना लागू हो गई है। ऊर्जा मंत्रालय ने पांच लाख उपभोक्ताओं के घरों पर सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य दिया है। विभाग के अनुसार दो किलोवाट के कनेक्शन वाला उपभोक्ता प्रतिदिन "रुपये 10 यूनिट बिजली खर्च करता है। इस न हिसाब से एक महीने में लगभग 300 यूनिट बिजली का उपयोग करता है। इसके एवज में उसे करीब छह रुपये यूनिट की दर से भुगतान करना पड़ता है। वहीं, दो किलोवाट का सोलर पैनल भी महीने में लगभग 300 यूनिट बिजली बनाता है। ऐसे में 300 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी। इसके बाद उपभोग होने वाली बिजली का पैसा उपभोक्ता को देना होगा। एक किलोवॉट के पैनल पर खर्च 15 हजार योजना के तहत उपभोक्ता एक से 10 किलोवॉट तक के सोलर पैनल लगवा सकता है। एक किलोवॉट का पैनल लगवाने में 60 हजार रुपये खर्च आएगा। इसमें 75 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी। इसमें केंद्र सरकार 30 हजार और प्रदेश सरकार 15 हजार रुपये का सहयोग देगी उपभोक्ताओं सिर्फ 15 हजार देगा। यह धनराशि भी 10 साल तक किस्तों में अदा कर सकते हैं। इसके लिए लोन भी मिलेगा। 1.20 लाख के दो केवी का रूफटॉप पैनल का खर्च सब्सिडी के बाद 30 हजार आएगा। तीन किलोवाट का पैनल लगवाने पर 1.80 लाख रुपये खर्च होंगे। इसमें 78 हजार केंद्र व 30 हजार रुपये प्रदेश सरकार देगी। उपभोक्ता को 72 हजार लगेंगे। चार से 10 केवी तक यह सब्सिडी 45, 36, 30, 26, 23, 20, 18 प्रतिशत हो जाएगी। 10 वर्ग मीटर छत की जरूरत एक केवी का सोलर पैनल के लिए 10 वर्ग मीटर छत जरूरी होगी