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मेरा नाम अजीत कुमार है , मेरा नाम अजीत कुमार है और अभी हम यहाँ वाराणसी के तंगलियां में हैं जहाँ स्वच्छता का दृश्य है , इसलिए कोई स्वच्छता नहीं है , यह वातावरण है । यहाँ छेत्री बाजार है जहाँ झाड़ू का ठीक से उपयोग नहीं किया जा रहा है और फिर यहाँ के स्थानीय लोग शिकायत कर रहे हैं कि हाँ यहाँ स्थानीय नागरिक मौजूद हैं । वे समय पर नहीं आते हैं और सफाई नहीं करते हैं , जिसमें हमने पार्षद को जानकारी दी है , पार्षद यह करता है , ठीक है , जो आगे है वह साफ हो जाएगा , लेकिन यह सड़क गंदगी से भरी हुई है , तो देखें , ऐसी समस्याएं यहाँ आ रही हैं ।

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कूड़े की समस्याओं से निजात पाने के लिए स्थानीय नागरिक है परेशान

दुनिया गोल-गोल मम्मी रोटी गोल पापा की पैसा गोल

राज्य अध्यापक पुरस्कार में वाराणसी के मालवीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य चंद्रमणि सिंह को भी यह पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। लगभग 37 क्राइटेरिया के मानकों को पार करने के उपरांत यह पुरस्कार दिया जाता है। इसके लिए विद्यालय में उनके द्वारा कराए गए कार्यों और स्कूल के रिजल्ट, बच्चो की उपस्थिति विद्यालय की साफसफाई व पर्यावरण भी आधार बनाया जाता है। पुरस्कार के लिए नामित होने वाले प्रिंसिपल डॉक्टर चंद्रमणि सिंह ने बात करते हुए बताया कि कुल 37 बिंदुओं पर हम लोगों से ऑनलाइन मांगा जाता है। और हम लोग इन 37 बिंदुओं को पूरा करते है। उन्होंने बताया कि इसके तहत 15 साल का अनुभव हुआ 3 साल तक लगातार 90% रिजल्ट का होना अनिवार्य है। वही व्यक्ति इस पुरस्कार के लिए नॉमिनेशन भर सकता है। सभी बिंदुओं को भरने के बाद चार स्तर पर इसके इंटरव्यू किया जाता है। प्रथम स्तर पर जिला अधिकारी की अध्यक्षता में इंटरव्यू होता है। उसके बाद मंडला आयुक्त की अध्यक्षता में इंटरव्यू होता है,जिसमें संयुक्त शिक्षा निदेशक भी रहते हैं। उसके बाद निर्देशक की अध्यक्षता में तीसरा और प्रमुख सचिव शिक्षा के अध्यक्ष में चौथा व अंतिम इंटरव्यू किया जाता है। उसके बाद नाम की घोषणा होती है। इसकी साथ उन्होंने विद्यालय की सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमारे विद्यालय में पूरे सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। और सारे बिजली की व्यवस्थाओं का उपयोग हम लोग सोलर लाइट के जरिए करते हैं बिजली का कोई बिल हमारे यहां से जमा नहीं होता इसके साथ ही स्कूल के विद्यालय का परिसर भी हरा भरा रखा गया है। यहां तमाम तरह के फूल भी लगाए गए हैं। जो बच्चों द्वारा तोड़े नहीं जाते इसके साथ ही उन्होंने लाइव आधुनिकरण की बात भी बताई और कहा कि लाइव को पूरी तरह से संगमरमर पत्थर लगाकर तैयार कराया गया है और स्पीड की जगह हम लोग गैस का प्रयोग करते हैं ।

उत्तर प्रदेश सरकार छात्रों को निशुल्क में स्मार्टफोन दे रही है। इसी प्रकरण में वाराणसी में उच्च शिक्षा संस्थानों में स्मार्टफोन दिया जा रहा है इसके साथ ही छात्रों को पढ़ने में काफी स्मार्टफोन से मदद मिलेगी स्मार्टफोन में पढ़ाई से संबंधित फ्यूचर रहेंगे स्मार्टफोन मिलने के बाद छात्र राहुल पटेल ने बताया कि पहले मैं की पैड का मोबाइल चलता करता था लेकिन स्मार्टफोन मिल जाने से हमको पढ़ने में काफी आसानी होगी और सरकार की योजना से संबंधित जानकारी और वैकेंसी देखने के लिए काफी हद तक मदद मिलेगी

वाराणसी में आज पेश हुए 2024 बजट को लेकर लोगों में काफी उत्साह था और लोग सरकार से जो उम्मीद किए थे सरकार ने उन उम्मीदों पर खरा उतारने का काम जरूर किया लेकिन व्यापारियों को जो अपने लिए चाहिए था उसमें सरकार ने उन्हें थोड़ा निराश किया है। हालांकि व्यापारी इस बात से खुश है। कि इंफ्रास्ट्रक्चर की बात हो या एमएसएमई के जरिए रोजगार देने की बात हो इस पर सरकार खरा उतरी है। हमने अपने लिए जो आयकर में छूट के अमाउंट को बढ़ाने की बात की थी। सरकार ने उसे यथावत रखा है। इसके साथ ही जीएसटी पर भी हम लोगों ने सोचा था। कि सरकार कुछ इसमें भी नमी दिखाएं गी। हालांकि जीएसटी पर भी सरकार ने कोई नमी नहीं दिखाई लेकिन बावजूद इसके इस बजट को विकास और मुख बताया जा सकता है। और आने वाले भारत जो कहा जा रहा है। कि विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने वाला यह बजट है,ऐसा व्यापारियों का कहना है।