प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हसनगंज में आशा एवं आशा फेसिलिटेटर ने अपनी 9 सूत्रीय मांगों के समर्थन में हाथों में मेहंदी लगा कर विरोध-प्रदर्शन किया। मौके पर आशा कार्यकर्ता संघ के जिला कोषाध्यक्ष रीता कुमारी ने कहा कि पूरे 31 दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल को पूरा हो गया है, अभी तक बिहार सरकार का कोई निर्णय नही आया है। सरकारी दर्जा और वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर हम आशा कार्यकर्ताएं हड़ताल पर हैं। सरकार ने तो हम आशा बहनों को 2005 से सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है। जब तक हम लोगों की मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हम लोग हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने ने कहा कि अपने-अपने हाथों में मेहंदी से सरकार के खिलाफ में बिहार सरकार हाय हाय, सरकार होश आओ आदि स्लोगन लिख कर सरकार को जागरुक कर रहे हैं। कहा कि दैनिक मजदूरों से भी कम मजदूरी हम आशा कार्यकर्ताओं को मिल रही है, आशा का कार्यक्षेत्र विस्तृत है, बच्चे के जन्म से लेकर टीकाकरण तक काफी काम करना पड़ता है, जिसके अनुरूप पारिश्रमिक नहीं मिलता है। बताया अगर हमारी मांगे नहीं पूरी हुई तो हम लोग आत्मदाह और भूख हड़ताल पर बैठे जाएंगे, वेतन तय नहीं किया गया तो आगामी चुनाव में सरकार की नींव हिला कर रख देंगे,
किशनगंज जिले में आशा कार्यकर्ता एवं आशा फैसिलिटेटर संघ बिहार के बैनर तले किशनगंज जिले के आशा कार्यकर्ता ने अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर 9 जुलाई से लगातार हड़ताल पर है।आशा वर्करों ने हजार के बदले कम से कम दस हजार मासिक मानदेय की मांग की है।
बिहार राज्य के किशनगंज के टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आशा कार्यकर्ताओं ने अपने 9 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल धरना प्रदर्शन आज से शुरू किया है। ज्ञात हो कि प्रखंड क्षेत्र के सभी आशाओं ने अपनी 9 सूत्री मांगो में मुख्य रूप से आशाओं को सरकारी कर्मी घोषित करने की मांग को रखा है। इस धरना प्रदर्शन के दौरान आशा दीदियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपनी मांगो को रखा है।
बिहार राज्य के किशनगंज जिला के ठाकुरगंज:-अपनी नौ सूत्री मांगों को लेकर आशाकर्मी और आशा फैसिलिटेटर ने किया अनिश्चितकालीन हड़ताल