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हमारी श्रोता ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से यह जानना चाहती है कि वो अपने बेटे देव को घर पर रहकर कैसे पढ़ाए ?उसको समर्थन कैसे करे ?

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायुँ ज़िला से सुमेन्द्र ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि उन्हें खेले सब संग कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता है। वो व्यस्त रहने के कारण अपने बच्चों के साथ ज़्यादा समय नहीं बिता पाते है लेकिन जब भी उन्हें समय मिलता है वो लगभग 30 मिनट अपने बच्चों के साथ खेल लेते है। उन्हें बच्चों के साथ खेलना अच्छा लगता है। उनके बच्चे खेलने के साथ पढ़ाई भी करते है और सारे काम भी करते है। उन्हें कार्यक्रम का खेल बहुत पसंद आया है। वो कहते है कि बच्चों को खेलने के साथ पढ़ाई करना भी ज़रूरी है। बच्चे पढ़ाई पर ध्यान जरूर दे पर खेले भी क्योंकि जिस तरह पढ़ाई से सीख मिलती है वैसे ही खेल से भी सीख मिलती है।

हमारी श्रोता बिमला ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि उनकी बेटी सृष्टि एमसीडी प्ले स्कूल में पढ़ते है। लॉक डाउन के कारण कभी कभी स्कूल जा पाते है लेकिन उसी में बच्चों को पढ़ने में काफ़ी ख़ुशी होती है। स्कूल से सारी सुविधा मिल रही है।

हमारी श्रोता सुमन मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि वो घर का काम करने के साथ साथ अपने बच्चे को खेल खेल में पढ़ाती भी है जिससे की बच्चे कुछ सिख सके

हमारी श्रोता सहाद्रा ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि जब भी वोसब्जी काटती है तो उनके बच्चे उनसे सब्जियों के रंग पूछते है।बच्चे खेल खेल में सब्जियों की जानकारी लेते है तो उन्हें अच्छा लगता है

दोस्तों, खेले सब संग कार्यक्रम की पहली कड़ी में हम सीखेंगे खाना पकाना और खेलना। तो चलिए सुनते हैं आखिर किस तरह से हम खाना पकाने के समय खेल भी सकते हैं।