प्यार लड़ाई नहीं होती और लड़ाई प्यार नहीं होती। प्यार ही प्यार है। प्यार को अहिंसा में बदले तो वो हो नहीं सकता। जितने लोग पार्टी में शामिल है वो लोग चुनाव लड़ते है ,इसीलिए पार्टी में रहते है। पार्टी टूटती भी है तब भी बोला जाता है कि पार्टी को जोड़ा जा रहा है