यह देश संविधान से चलता है,यह एक लाइन जो हम हर दूसरे दिन किसी न किसी के मुंह से सुनते ही रहते हैं संविधान पर इतिहास था के बाद भी देश में संविधानिक मूल्य की भावनाओं का अभाव है संविधान के प्रति पैदा हुए इस अभाव के भाव के लिए वही लोग जिम्मेदार है जो हर एक बात पर रहते हैं कि यह देश संविधान से चलता है। आज हमारे साथ सिविल सर्विसेज ट्यूटोरियल के संचालक एवं एडॅ मधुकर गायकवाड़ सर के साथ मोबाइलवाणी पर विशेष बातचीत अपनी प्रतिक्रिया साझा की।