मध्यप्रदेश राज्य के राजगढ़ जिला से राजेंदर शर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण बन रहा परेशानी इसके लिए जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

मध्य प्रदेश राज्य के राजगढ़ जिले से मनीष मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की उनके यहाँ किसान नीलगाय से परेशान हैं वन विभाग के कर्मी ध्यान नहीं देते हैं अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

मध्य प्रदेश रहे के राजगढ़ जिले से विजय सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनको प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नही मिल रहा है

कोई भी राजनीतिक दल हो उसके प्रमुख लोगों को जेल में डाल देने से समान अवसर कैसे हो गये, या फिर चुनाव के समय किसी भी दल के बैंक खातों को फ्रीज कर देने के बाद कैसी समानता? आसान शब्दों में कहें तो यह अधिनायकवाद है, जहां शासन और सत्ता का हर अंग और कर्तव्य केवल एक व्यक्ति, एक दल, एक विचारधारा, तक सीमित हो जाता है। और उसका समर्थन करने वालों को केवल सत्ता ही सर्वोपरी लगती है। इसको लागू करने वाला दल देश, देशभक्ति के नाम पर सबको एक ही डंडे से हांकता है, और मानता है कि जो वह कर रहा है सही है।

मध्यप्रदेश राज्य के जिला राजगढ़ से राजेंद्र शर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि सरकार नल जल योजना गर्मियों की शुरुआत में समाप्त हो गई है । ग्रामीण इलाकों में दस - पंद्रह दिन बीतने के बाद भी पानी नहीं मिल रहा है । ऐसे में लोगों को पीने के पानी के लिए पहले से ही काफी परेशानी हो रही है । वास्तव में 125 से अधिक गाँवों को पानी की आपूर्ति करने वाली बागपुरा परियोजना के इंटरकॉन का पानी पहले ही सूख चुका है । यह परियोजना सुथालिया क्षेत्र से पचोर के पास पानी की आपूर्ति करती है , लेकिन परियोजना से जुड़े ये गांव दस दिनों से अधिक समय से पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं । पाइप से पानी की आपूर्ति नहीं होने के कारण लोग पहले से ही पीने के पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं , लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी का कोई विकल्प नहीं है ।

मध्यप्रदेश राज के राजगढ़ जिला के शनरसिंह और शहर में एक ठेकेदार की मनमानी आम लोगों पर भारी पड़ रही है । बी ने आम नागरिकों को मुसीबत में डाल दिया है । अधूरे कार्यों के कारण यहां सामान्य जीवन प्रभावित होता है । राहगीरों को भी आवागमन में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है । ऐसा ही एक मामला जयस्तंभ का है । मुहर उस सड़क की है जो बीच में बनाई गई थी जहां ठेकेदार ने पटरी बनाकर काम को अधर में लटका दिया था । निवासियों ने कहा कि लंबे समय तक जीतने के बाद भी बॉटल रोड पूरी तरह से पके हुए हैं । इसके बावजूद दूसरी पटरियों का निर्माण नहीं हो रहा है , जिससे सड़क किनारे रहने वाले लोगों को परेशानी हो रही है ।

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जिम्मेदार नहीं दे रहे हैं ध्यान