भारत में 13.9 करोड़ से भी ज्यादा लोग 60 वर्ष की उम्र में प्रवेश कर चुके हैं ऐसे में इनकी देखरेख औरसुविधा का ध्यान रखना सिर्फ बेटों का कर्तव्य ही नहीं बल्कि बेटियों का भी कर्तव्य है और इस बात पर नई सदी में तो और भी जोर दिया जाना चाहिए क्योंकि नई सदी में महिलाओं के अधिकारों का और उनकी स्वतंत्रता का ज्यादा ध्यान रखा गया है और उनको अधिकार गए हैं!!