वर्ष 2022के बिदाई पर तर्कशील संस्था सचिव एवं वरिष्ठ पत्रकार पीकेएस गुर्वे ने कहां की मोबाइल वाणी पर संचालित अभियानों का सकारात्मक असर देखने को मिला है। साथ ही वर्ष 2022 में क्या खोया और क्या पाया विषय पर सारगर्भित बातें कही
दोस्तों, कुछ लोगों को ये गलतफहमी होती है कि कोविड बचाव का टीका लगवा लेने के बाद अब उन्हें संक्रमण नहीं होगा. इसलिए वे भीड़भाड़ वाली जगहों पर चले जाते हैं. जबकि यह बात समझना चाहिए कि टीका संक्रमण के प्रभावों को कम करता है. संक्रमण से बचाव के लिए अभी भी हमें भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए. जितना ज्यादा हो सके, सामाजिक दूरी के नियम का पालन करना चाहिए. फिर भी समुदाय में अलग लोगों को बाहर जाना ही है तो वे मास्क पहनकर जाएं. और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें
दोस्तों, हम पुरानी परम्परा रही है कि किसी भी नवजात शिशु को 6 दिन तक किसी अन्य व्यक्ति के हाथ में नहीं दिया जाता. ताकि गंदे हाथों की वजह से उसे संक्रमण न हो जाए. साथ ही लोगों को हिदायत दी जाती है कि बच्चे को गोद में लेने से पहले हाथ जरुर साबुन से साफ करें. पर कई बार देखा जाता है कि लोग इस नसीहत को गंभीरता से नहीं लेते. कोरोना के दौरान भी तो यही हुआ...! घर की महिलाओं और नवजात शिशुओं की मांओं के लिए हाथ धोना क्यों जरूरी है, इस बारे में आज राजू और पंकज के साथ साथ आप भी जान लें...!
दोस्तों, क्या आप कोविड नियमों या फिर प्रोटोकॉल... जैसे मास्क लगाना, शारीरिक दूरी का पालन करना और सैनेटाइजर का उपयोग करने की बात मान रहे हैं? आपके समुदाय में लोग कैसे खुद को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रख रहे हैं? इसके साथ ही बताएं कि सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना से बचाव को लेकर हमें क्या क्या ध्यान रखना चाहिए? अपने आसपास या समुदाय में लोगो को कोरोना से जागरूक रखने के लिए आप क्या कर रहे है? अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3..
दोस्तों, हाथ धोते रहने का कोई निश्चित समय नहीं है पर जब भी हाथ गंदे दिखते हैं हाथ धो लिया करो. इसके अलावा खाना बनाने से पहले और बाद में, खाना खाने से पहले और बाद में, घर पर किसी ऐसे व्यक्ति की देखभाल करने से पहले और बाद में जो उल्टी या दस्त से बीमार है. कट या घाव का इलाज करने से पहले और बाद में. शौचालय का उपयोग करने के बाद. और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें.
मध्यप्रदेश राज्य के जिला खंडवा से कविता मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि इस कोरोनाकाल में लोगों को अपनी हांथों की सफाई करना बहुत जरूरी है। आगे कह रही है कि उन्हें कार्यक्रम के माध्यम से हाँथ धोने की जानकारी मिली है लोगों को किसी भी चीज़ को खाने से पहले अपने हांथों को अच्छे से साफ़ कर लेना चाहिए। आगे कहती है कि घर से बाहर जाते वक्त अपने चेहरे में मास्क जरूर लगाए साथ ही अपने हांथों को सेनेटाइजर से साफ़ करें
दोस्तों,कोरोना संक्रमण को हल्के में नहीं लेना है बल्कि उसके खिलाफ हमारी जंग अभी भी जारी है. इसलिए लगातार साबुन से हाथ धोते रहें, मास्क का उपयोग करें और शारीरिक दूरी का पालन करें. साथ ही हमें बताएं कि क्या आपके समुदाय में लोग अभी भी इन बातों का ख्याल रखे हुए हैं? आप खुद को और परिवार को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए किन बातों का ध्यान रखते हैं? अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.
दोस्तों , अगर आप लोग चाहते हैं कि परिवार में सभी मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहें तो अपनी सोच सकारात्मक रखो. भरपूर नींद लोग और योग, ध्यान जैसी गतिविधियां करनी शुरू करो. और एक बात का ध्यान रखना... शराब, तम्बाखू या किसी भी प्रकार के नशे से खुद को और परिवार को दूर रखना. ये चीजें शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करती हैं. साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर करेंगी. जिससे कोविड के प्रति लड़ना मुश्किल हो जाएगा. ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें .
एक जरूरी बात. बच्चों के सामने कोविड संक्रमण या फिर किसी भी प्रकार की नकारात्मक बातें ना करें. संक्रमण के प्रति उनके मन में डर ना बिठाएं, बल्कि उन्हें प्यार से समझाएं कि कोविड संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है और ये क्यों जरूरी है. जितना हो सके, घर का माहौल सकारात्मक रखें और खुद को भी शांत रखें. इससे ना केवल बच्चे मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहेंगे बल्कि आप भी खुश रहेंगे.. और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें !
मध्य प्रदेश राज्य के जिला बड़वानी से कविता ने वेरिफाइड अभियान के तहत बुलबुल से साक्षात्कार लिया। बुलबुल ने बताया कि उन्हें वेरिफाइड अभियान के तहत बहुत सारी जानकारी मिली। जिसमे कोरोना से बचाव और उचित खान पान की जानकारी दी गयी। यह जानकारी सुनकर उनकी दिनचर्या में बदलाव आया। सर्दी ,खाँसी ,जुकाम आदि कोरोना संक्रमण के लक्षण होते है और हमे हमेशा मास्क पहन कर रहना चाहिए।