हमारे श्रोता ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि सरकार जिनको गरीब मान रही है ,उनको मान रही है जो प्रतिमाह तीन हज़ार रूपए भी नहीं काम पा रही है ।इसमें सरकार के क्या मानक है। गरीब की आर्थिक स्थिति आंकलन करना है तो वो स्वयं अपना देखे की एक दिन का उनका फ़ोन का खर्चा कितना है। इससे पता चल जाएगा की गरीब जीवन यापन कैसे कर पा रहा है। इससे सरकार की गरीबी पर आंख खुलेगी।