मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता , यह बताना चाहते है कि 'नए कानून में जनता कहां' में जिन सवालों को उठाया गया है, वह सीधे तौर पर जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं । दरअसल नए कानून बनाने से पहले सरकार और जिम्मेदारों को यह ध्यान में रखना चाहिए कि बनाया गया कानून, समाज और जनता के लिए कितना हितकारी रहेगा। अगर कोई नियम या व्यवस्था जनता के लिए बोझ या जुल्म का सबक बन जाए तो ऐसे नियम और व्यवस्था का न होना ही जनता के लिए उचित है। हालांकि जो नियम और व्यवस्थाएं बनाई जाती हैं वह समाज को अनुशासित रखने और एक सभ्य समाज के निर्माण के लिए जरूरी होती है।