बिहार राज्य के नालन्दा जिले के हरनौत गाँव की शान्ति दीदी का कहना है कि उनके पंचायत में टीकाकरण को लेकर लोगों के बीच काफी असंतोष एवं भ्रांतियाँ हैं जिसके वजह से लोग टीकाकरण हेतू आगे नही आ रहे हैं l कोरोना टीकाकरण के पश्चात् शान्ति देवी के घर के एक परिजन की तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ जाने के वजह से भी उनके पंचायत के लोगों के बीच ऐसी खबर फ़ैल रही कि ये सारा कुछ साजिश के तहत किया जा रहा है जो सरकार की एक चाल भी हो सकती है l शांति दीदी का यह भी कहना है कि चुँकि गाँव के लगभग पुरुष अक्सर रोजगार हेतू अपने घर से बाहर रहते हैं, साथ ही घर की पूरी देखभाल की जिम्मेदारी भी महिलाओं को होती है और ऐसे में अगर वो बीमार पड़ जायेंगी तो घर के लोगों की देखभाल कौन करेगा ? इसलिए उनके पतियों का भी यह कहना है कि "आपलोगों को ऐसे भी घर से बाहर कही जाना नही है तो टीकाकरण की क्या जरुरत है" ? दीदी का कहना है कि टीकाकरण को लेकर लोगों के दिल में जो डर है वो कही न कही उनके लिए परेशानी का सबब बन रहा है l अतः सरकार से मेरा अनुरोध है कि वो टीकाकरण के फायदे- नुकसान एवं दुष्प्रभाव के बारे में लोगों को स्पष्ट जानकारी देकर उनके बीच फैली भ्रांतियों को दूर करें l