झारखण्ड राज्य से महिला श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि अभी वे कई सारी महिला सहायता समूह की महिलाओं के साथ कार्य कर रही है। महिलाओं को जागरूक करने का काम कर रही हैं और महिला मुद्दों से सम्बंधित सारी जानकारी दे रही है और महिला जागरूकता की कहानी सुन कर प्रेरणा लेकर आगे अपने कामों में बढ़ रही है।

झारखण्ड राज्य से इशिता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि उनको नीलिमा की कहानी से प्रेरणा मिली। उनके साथ हिंसा होती थी ,अपने ऊपर हो रही हिंसा से संघर्ष करने की भी प्रेरणा मिली और वो अब महिलाओ और किशोरियों को भी समझती हैं।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के विष्णुगढ़ प्रखंड से रीना वर्मन मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहती है,कि नीलिमा की कहानी से उन्हें प्रेरणा मिली है और अपने अधिकार को पहचानी। वो बताती हैं है कि लॉक डाउन के दौरान उन्होंने 5000 मास्क का वितरण किया ,आस पास की महिलाओं और पुरुष को रोजगार से जोड़ी। उनको प्रेरणा नीलिमा की कहानी सुनने से मिली वो चाहतीं है,कि नीलिमा की कहानी और सुनने को मिले और महिलायें भी अपने अधिकारों को जाने समझे ,महिलायें भी रोजगार करें और इसका श्रोत नीलिमा की कहानी हो।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के विष्णुगढ़ प्रखंड से भारती कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि नीलिमा की कहानी से प्रेरणा मिलती है ,की अपने आप पर निर्भर किस तरह रहा जाता है,और अपना काम खुद किस तरह से किया जाता है दूसरों पर निर्भर नहीं रहा जाता है। पढ़ना लिखना है अपनी मर्ज़ी से और कही भी आना जाना है हिंसा की भी जानकारी मिली।

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के सिमरिया प्रखंड से अनामिका कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहती है,कि नीलिमा की कहानी से बहुत कुछ सिखने का मौका मिला है,जैसे की बाल विवाह क़ानूनी अपराध है हमेसे रोकना चाहिये। लड़कियां केवल घर का काम करने के लिए नहीं होती हैं वो अपने पैरों पर खड़े हो कर कदम चुम सकती हैं। लड़कियों को आज़ादी देना चाहिये की वो स्कूल जाये कॉलेज जाये अपनी पढ़ाई करें। किशोरियों की जो बैठक होती है उसमे जाना चाहियें और सीखना चाहिये कि बहाल विवाह को कैसे रोका जाये और हमें एक दूसरे का सहयोग करना चाहिये

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के सिमरिया प्रखंड से अनामिका कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहती है,कि नीलिमा की कहानी से हमें ये पता चलता है,कि लड़कियों को आगे बढ़ते रहना चाहिये क्यूंकि लड़कियों को हर जगह सम्मान नहीं मिलता है। नीलिमा की कहानी से हमें ये पता चलता है,कि लड़कियों को आगे बढ़ने देना चाहिये पढ़ने लिखने देना चाहिये वो आगे चल कर नौकरी कर सकती हैं वो अपने माता पिता के लिए सहारा बन सकती है लड़कियां एक माँ बहन और बीवी होती है

झारखंड राज्य के जिला पूर्वी सिंघभूम से श्रेया मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वह बढ़ते कदम पंचायत की ओर से नीलिमा की कहानी सुनाती है और इन्हें बहुत अच्छा लगता है। उनका कहना है कि उस कार्यकरम से बहुत कुछ सीखने को मिलता है और उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी मिलती है।वही उनका कहना है कि लॉकडाउन के दौरान उनके पति इनके काम को देख कर समझ रहे हैं कि महिलाएं छोटे-छोटे कामों में व्यस्त रहती हैं और सारा दिन उनका उसी में निकल जाता है।इसलिए अब वह भी इनके हर काम में हाथ बटा रहे हैं साथ ही साथ घर में बच्चे की देखभाल भी कर रहे हैं।वही वह कहती है कि जब वह खाना पकाती है तो उनके पति बच्चे का ध्यान रखते हैं कभी-कभी नहला भी देते हैं और कभी-कभी नाश्ता भी बना लिया करते हैं।

झारखण्ड राज्य के जिला चतरा के सिमरिया प्रखंड से संध्या कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वे जब से बढ़ते पंचायत कदम की ओर कार्यक्रम को सुनी है तब से उन्हें बहुत हिम्मत मिली और जागरूक भी हुई हैं

झारखंड राज्य के रांची हज़ारीबाग़ के विष्णुगढ़ प्रखंड के पंचायत विष्णुगढ़ से संगीता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इन्हें नीलिमा की कहानी बहुत अच्छी लगती है। नीलिमा की कहानी सुनकर वह जागरूक हुई है।उनका कहना है कि पहले वह घर से बाहर नहीं निकलती थी लेकिन अब वह बाहर निकलती है।वही उनके साथ पहले भेदभाव भी किया जाता था लेकिन अब नहीं होता है। वही उनकी पंचायत प्रतिनिधि द्वारा मीटिंग में कहा जाता है कि लड़का-लड़की में भेद भाव नहीं करना है तथा कम उम्र में शादी नहीं करना है।

झारखंड राज्य के चतरा जिला के चतरा प्रखंड से एक श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि मोबाइल वाणी के माध्यम से बहुत अच्छी-अच्छी जानकारी दी जाती है।इसमें चलाये कार्यक्रम को सुनकर जागरूक हो रही है