झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के प्रखंड इटखोरी के पंचायत डाढ़ा ग्राम पकरिया से हिल्दा मिंज मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि मजदूर लोग मजदूरी कमाने नहीं जाते हैं। सरकार ने लॉकडाउन कर दिया है। सरकारी काम या मजदूरी का काम पूरा बंद है। इस वजह से लोग बहुत शराब पीते हैं शराब बन रहा है। शराब पीकर लोग लड़ाई करते हैं ,पत्नी से लड़ाई करते हैं ,लोगों से लड़ाई करते हैं। जिस तरह मजदूरी का काम बंद किया हुआ है उसी तरह शराब भी बनाने का बंद किया जाए। जिससे हिंसा रुके।

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के प्रखंड इटखोरी के पंचायत डाढ़ा ग्राम पकरिया से हिल्दा मिंज मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि अभी करोना वायरस के चलते लोग काफी परेशान है। बहुत से गरीब लोग इधर-उधर भटक रहे थे लेकिन सरकार के द्वारा राशन उपलब्ध कराया गया है। जिसका राशन कार्ड है उसको राशन दे रहा है और जिसका नाम है उसको 10 किलो प्रति व्यक्ति प्रति दे रहा है। बहुत से लोगो को राशन नहीं मिल रहा था इसके लिए इन लोगो ने दो बार झगड़ा किए। इस झगड़े के बाद जिसके बाद राशन मिलने लगा और भी कितनी जगह जगह लड़ाइयां हो रही थी वह लड़ाई ना अभी बहुत कम हो गई है।

झारखण्ड राज्य के चतरा जिले से हिल्दा मिंज मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि पहले वह महिलाओं और लड़कियों के साथ हो रहे हिंसा और भेद भाव करते हैं। उसके लिए वह महिलाओं और लड़कियों को समझाती हैं

झारखंड राज्य के चतरा जिला के गांव पकरिया से उसाइका मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि लड़का लड़की का बहुत भेदभाव किया जाता है इसीलिए महिला पुरुष में भी लड़ाई झगड़ा होता है और महिलाओं का भी बहुत हिंसा होता है। महिलाओ को बहुत परेशानी उठानी पड़ती है.वही वह कहती है कि इन्हें कार्यकरम सुनना अच्छा लगता है

झारखंड राज्य के चतरा जिला के थाना चतरा के गांव पकरिया से हिरदा मींच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि मोबाइल वाणी एक अच्छा मंच है क्योकि इसमें महिलाओं को जागरूक और उन्हें समझाया जाता है.इन्हें कार्यकरम सुनना बहुत अच्छा लगता है और वह दूसरे महिलाओं को भी जागरूक करती है तथा उन्हें सुनने के लिए प्रेरित करती है।

Transcript Unavailable.

झारखण्ड राज्य के चतरा जिले के पकरिया प्रखंड से हिल्दा मिन्ज मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहती हैं कि उन्हें पहले मोबाइल चलाना नहीं आता था उन्हें मोबाइल चलाना सुषमा दीदी ने सिखाया है।पहले वो सबके बीच बोलने में हिचकिचाती थीं परन्तु अब वो बच्चो ,महिलाओं और पुरुषों के बीच बोल लेतीं हैं उनमे अब हिम्मत आ गई है।