बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से रिंकू कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को बारह महीने मनरेगा के अंतर्गत काम मिलना चाहिए

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

बिहार राज्य के नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड से रिंकू कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि भ्रूण हत्या छोटी सोच का परिणाम है। बेटी किसी बेटा से कम नही होती है। हमारे देश की भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी भी बेटी थी

बिहार राज्य के नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड से रिंकू कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि मनरेगा में अधिक महिलाओं को जोड़ना चाहिए। साथ ही मनरेगा के अंतर्गत कार्य अवधि भी बढ़ानी चाहिए।

बिहार राज्य के नालंदा जिले से शिला कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं की महिलाएं संघर्ष वाली जिन्दगी नहीं जी पाते हैं कुछ महिलाएं आवाज उठाती हैं अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

बिहार राज्य के नालंदा जिले से शिला कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है महिलाये बिहार में मनरेगा के काम में पीछे है महिलाएं भाग लेती हैं लेकिन आगे नहीं बढ़ पाती हैं अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

महिलाओं की लगातार बढ़ती हिस्सेदारी और उसके सहारे में परिवारों के आर्थिक हालात सुधारने की तमाम कहानियां हैं जो अलग-अलग संस्थानों में लिखी गई हैं, अब समय की मांग है कि महिलाओं को इस योजना से जोड़ने के लिए इसमें नए कामों को शामिल किया जाए जिससे की ज्यादातर महिलाएं इसका लाभ ले सकें। दोस्तों आपको क्या लगता है कि मनरेगा के जरिए महिलाओँ के जीवन में क्या बदलाव आए हैं। क्या आपको भी लगता है कि और अधिक महिलाओं को इस योजना से जोड़ा जाना चाहिए ?

आपका पैसा आपकी ताकत की आज की कड़ी में हम सुनेंगे अपने श्रोताओं की राय

निरंजन कुमार ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि "मैं कुछ भी कर सकती हूँ" कार्यक्रम की कहानी में गौरी के साथ बहुत गलत हुआ। दहेज प्रथा समाप्त होनी चाहिए। इस प्रथा के आड़ में महिलाओं पर अत्याचार होता है

बिहार राज्य के नालंदा जिले के हिलसा प्रखंड से कुमारी आकांक्षा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इन्होने डाक्टर स्नेहा की कहानी को सुना। हिंसा के खिलाफ महिलाओं को आवाज उठानी चाहिए