बिहार राज्य के नालंदा जिला के चंडी प्रखंड के माधोपुर पंचायत से रूपा कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अनमोल रतन से बातचीत किया। बातचीत के दौरान अनमोल रतन ने बताया कि भारत हमेशा से पुरुष प्रधान देश रहा है। महिलाओं को कभी भी संपत्ति में अधिकार नहीं मिला है। कुछ वर्ष पहले सुप्रीम कूट के द्वारा यह आदेश दिया गया था कि महिलाओं को संपत्ति में बराबर का अधिकार मिलना चाहिए। लेकिन आज भी लोगों को जागरूकता की आवश्यकता है। महिलाओं को भी उनका अधिकार मिलना चाहिए

बिहार राज्य के नालंदा जिला के चंडी प्रखंड के माधोपुर पंचायत से रूपा कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से गीता देवी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान गीता देवी ने बताया कि महिलाओं को जमीन में अधिकार मिलना चाहिए।

बिहार राज्य के नालंदा जिला के चंडी प्रखंड से रूपा कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से पूजा वर्मा से बातचीत किया। बातचीत के दौरान पूजा वर्मा ने बताया कि सभी महिलाओं को अपने जमीन पर अधिकार मिला चाहिए।

महिलाओं के मामले में, भूमि अधिकारों की दृष्टि से कई चुनौतियाँ होती हैं। भारतीय समाज में, महिलाएं अक्सर अपने परिवार और समुदाय के साथ रहती हैं और उन्हें भूमि अधिकारों की पहुँच से दूर रखा जाता है। सामाजिक प्रतिष्ठा, संस्कृति और कानूनी प्रवृत्तियाँ ऐसे होती हैं जो महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित कर सकती हैं। इसके अलावा, ऐसे कई सामाजिक तौर तरीके और मान्यताएँ हैं जो महिलाओं को भूमि के मामलों में उनके अधिकारों की प्राप्ति में अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। तो दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- महिलाओं के लिए भूमि अधिकारों क्यों ज़रूरी है और उसका क्या महत्व हैं? *----- महिलाओं को भूमि अधिकारों तक पहुंचने में कौन सी बाधाएं आती हैं? *----- महिलाओं के सशक्त होने के लिए समाज का उनके साथ खड़ा होना ज़रूरी है लेकिन ऐसा किस तरह हो सकता है? *----- आपके हिसाब से महिलाओं के सशक्त होने से समाज में किस तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं?

महाराष्ट्र राज्य के नागपुर से अशोक ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि गन्ना किसानी में जो महिलाएँ काम करती है ,उन्हें हर अधिकार मिलना चाहिए क्योंकि वो भी बराबर काम करती है। महिलाओं को उनका नैतिक अधिकार मिलना चाहिए

बिहार राज्य के जिला नालंदा से कुंजन कुमार , की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से प्रियंका कुमारी से हुई। प्रियंका कुमारी यह बताना चाहती है कि महिलाओं को भी जमीन का हिस्सा मिलना चाहिए।

बिहार राज्य के जिला नालंदा से प्रियंका कुमारी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि बहन को भी जमीन या दहेज़ का हिस्सा मिलना चाहिए।

महाराष्ट्र राज्य के नागपुर से अशोक ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि आज समानता की बात होती है पर स्त्री और महिला में समानता क्यों नहीं है। अगर पुरुष सामान काम का 100 रूपए कमा रहा है तो सामान मेहनत करने पर भी महिला को 40 रूपए क्यों मिलती है। दोनों सामान मेहनत करते है तो आर्थिक तौर पर भी स्त्री और पुरुष में समानता होनी चाहिए

दोस्तों, क्या आप जानते हैं कि जमीन पर हक पुरुषों के साथ साथ महिलाओं का भी जन्मसिद्ध अधिकार है? क्या आप इस अधिकार को पाना चाहती हैं? क्या हम महिलाओं को एक ऐसी ज़िंदगी जीना चाहती हैं, जहां सम्मान के साथ अपने खेतों में फसल उगा सकें? इन्ही सब सवालों और जबाबो के साथ साथ ढेर सारी जानकारियों के साथ आ रहा है आपके अपने मोबाइल वाणी पर एक नया कार्यक्रम जिसका नाम है "अपनी जमीन, अपनी आवाज" . अगर आपके पास इससे जुडी कोई बात है , तो हम तक ज़रूर पहुँचाएँ