छत्तीसगढ़ राज्य के राजनन्दगाँव ज़िला से वीरेंदर गंदर्व ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मनुष्य होने के नाते महिलाओं को उतना ही अधिकार है जितना पुरुष को है।लेकिन पुरुष प्रधान समाज महिलाओं को अधिकार देना नहीं चाहे है। महिलाएँ शिक्षित तो ज़रूर है किन्तु महिलाओं को केवल किताबी शिक्षा मिल रही है। इसीलिए महिलाओं को अपने अधिकार पाने के प्रति छटपटाहट होना चाहिए। साथ ही एक महिला को दूसरी महिला को जागृत करना चाहिए। महिलाऐं अपने प्रति आवाज़ उठाए ,दूसरी महिला को भी जगाए।एक महिला दूसरी महिला का साथ देगी तो रूढ़िवादी प्रथा समाप्त होगा