बिहार राज्य के नालंदा जिला के चंडी प्रखंड से निर्मला कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से हुनरबाज़ कार्यक्रम के तहत खनक कुमारी से साक्षात्कार लिया है। जिसमें उन्होंने बताया कि वे हुनरबाज कार्यक्रम को सुनी है जिसे सुनना अच्छा लगता है। हुनरबाज़ कार्यक्रम को सुनकर उन्होंने झूमर बनाना सीखा है। शादी का पुराना कार्ड से बनाने से अच्छा डिज़ाइन बनता है ,चूड़ी में ऊन लपेट कर भी झूमर बनाया जाता है। केले के जड़ से शैम्पू बनाना भी सीखा है। फोकस ग्रुप की बैठक से भी उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला की 30 रूपया खर्च कर हम उस चीज को 50 रूपए में बेच सकते है। पुरानी चूड़ी को नहीं फेकना चाहिए बल्कि उससे झूमर बना कर दीवार में टांग देना चाहिए जो देखने में भी बहुत अच्छा लगता है।