इन दिनों पूरे देश में मज़दूरों के कानूनों पर चर्चा चल रही है, मुख्य कारण है केन्द्र सरकार द्वारा 29 श्रम कानूनों को श्रम संहिताओं में बदलना. इसके बारे में काफी कुछ लिखा जा चुका है और अब तक यह स्पष्ट हो गया है कि यह पूरी प्रक्रिया श्रम कानूनों को कम़जोर करते हुए मज़दूरों के जीवन को बाजार के हवाले करने की ही कवायद है, जिससे कॉर्पोरेट्स को मजदूरों के श्रम का शोषण कर मुनाफा कमाने की खुली छूट मिल जाएगी.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।