कृष्णदेव शर्मा ने जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है,की यहाँ से बाहर हम अपने परिवार को छोड़ कर जाते है,वहाँ से पैसा भेजते है,उसी से परिवार का देख रेख होता है,जहाँ हम रहते है,वहाँ का आवासीय नही रहने से वहाँ के योजनाओ का लाभ नही मिल पाता है,हम बाहर रहते है और परिवार तक जानकारी नही पहुचने के कारण सरकार द्वारा चल रही योजनाओं का लाभ परिवार नही उठा पता है।

बिहार राज्य के नालंदा जिला के एकंगरासरया प्रखंड से राहुल कुमार जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है,की मैं तमिल नही जानता था तो मुझे बहुत दिक्क्तों का सामना करना पड़ता था। मैं शुरू में जब वहा गया तो रहने,खाने,पानी और अच्छे काम का समस्या हुआ। लेकिन मैं उन से रिलेशन बना कर धिरे-धिरे तमिल सीखा,और अब हमारी दिकते कम हुई।

गुजरात मे हो रहे श्रम अत्याचार को लेकर,जो बात कहि गई,शायद नया अंदाज में ,हमारे समाज मे इस तरह सोचने वाले दीदी भी है हमे आज महसूस हुआ कि बिहार के सम्मान के खातिर सभी को एक जुट होंकर लड़ना पड़ेगा