राज्य बिहार के जिला मधुबनी प्रखंड खुटौना से चन्देस्वर राम चंदू जी मधुबनी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि किसान प्रकृति की मार से परेशान नजर आ रहे है।किसान जीएसटी और नोटबंदी से अभी उबरे भी नहीं थे कि इसी बीच प्रकृति की मार ने उन्हें घुटने के बल लाकर खड़ा कर दिया है।बदलते मौसम और पैक्स मानसून की मार से किसान खाली हाथ नजर आ रहे है।जो किसान अपनी खेतो में दाल और मकई लगाए है वे ज्यादा परेशान है।विभिन्न क्षेत्रो में किसानो द्वारा लगाए गए फसलों में दाना नहीं आने से लाखों की संख्या में किसान मर्माहत है। इस बार वे बेहतर उत्पाद की बांट जोह रहे थे ,पर ऐसा नहीं हुआ।प्रशासन ठण्ड और पाला जैसे कारण बता कर अपने पल्ला झाड़ने में लगा है। सरकार को चाहिए की इस स्थिति में किसानो को हर संभव मदद करें,अन्यथा किसान टूट जायेगा।