दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी का माध्यम से मोहम्मद शाहनवाज की बातचीत लोक समाज पार्टी गौरीशंकर शर्मा एडवोकेट से हुई शर्मा जी बताते हैं किसने की मांग जायज है एम . एस . पी गारंटी कानून जरूर बनना चाहिए। सरकार को अब तक किसानों की मांग माननी चाहिए थी। किसानों के साथ सरकार सौतेला बर्ताव कर रही है। ऐसा लगता है कि जैसे किसान किसी दूसरे देश से अपनी मांग मंगवा रहे हैं। लोक समाज पार्टी इसके माध्यम से किसानों की रैली का समर्थन करती है और भारत सरकार से अपील करती है कि एम . एस . पी कानून बनाये और जो भी लागत हो , उसे कम करने की कोशिश करें , जब लागत कम होगी तो किसानों को फायदा होगा ।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

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दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन की बातचीत नबिया से हुई नबिया बताती हैंमैं खिलौना फैक्ट्री में काम करती हूं हमारी फैक्ट्री में खिलौने बनते हैं हमारी फैक्ट्री में 1 साल पहले 35 वर्कर काम करते थे काम मधा होने की वजह से अब सिर्फ 12 वर्कर ही काम कर रहे हैं इसमें से पांच महिलाएं हैं हमारी फैक्ट्री मालिक द्वारा हमारा ईएसआई कार्ड भी नहीं ।बनाया गया है ताकि हमें इस कार्ड का लाभ मिल सके

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी का माध्यम से मोहम्मद शाहनवाज की बातचीत मुन्ना कुरैशी वह वकील अहमद से हुई मुन्ना कुरैशी वह वकील अहमद यह वह लोग हैं उत्तराखंड के ट्रेन में फंसे 41 मजदूरों को निकालने वाले 27 घंटे में मजदूरों को निकाला आज 27 मिनट में वकील अहमद का मकान डीडीए द्वारा तोड़ दिया गया 17 साल का वकील अहमद का बेटा उसकी बीवी 12 साल की लड़की को थाने में ले जाकर खूब पीटा गया

अगल बगल के मकान यूहीं खड़े हुए हैं।

दिल्ली, श्रीराम कॉलोनी से रीना परवीन श्रमिक वाणी के माध्यम से एक महिला से बात कर रहीं हैं। इनका नाम रेशमा है और ये फ्रॉक बनाने वाली पूजा कंपनी में काम करती हैं। रेशमा कह रहीं हैं कि, इन्होने दिनांक "23-02-2024" को "रेशमा को नहीं मिल रहा है पीएफ" शीर्षक से एक ख़बर प्रसारित किया था। ख़बर में बताया गया था कि, रेशमा पूजा कंपनी में काम करती हैं। जहां लेडिस फ्रॉक बनता है। इस कंपनी में इन्हें चार महीने से पीएफ नहीं मिल रहा था। तथा एचआर द्वारा कई बार इन्होने अपनी शिकायत भी की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी।". ख़बर को श्रमिक वाणी में प्रसारित करने के बाद व्हाट्सअप और फेसबुक के लोकल ग्रुप्स के साथ ही एचआर को साझा किया। जिसको संज्ञान में लेते हुए अब रेशमा का दो महीने का पीएफ इन्हें मिल गया है, ख़बर के इस असर के लिए रेशमा श्रमिक वाणी को शुक्रिया कह रही हैं।

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