मध्य प्रदेश राज्य के उमरिआ जिला से शिव कुमार यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं के नाम से सम्पत्ति कर दिया जाता है। दुर्भाग्यवश उनके पति की मौत के बाद वो दूसरे के घर में चली जाती है। ऐसे में बच्चे पिता की सम्पत्ति से बेदखल हो जाते हैं।इन परिस्थितियों को देखते हुए बुजुर्गों ने कहा है कि पिता का हक़ सभी बच्चों को मिलता है। मगर माँ का हक़ किसी और को मिल जाता है।इसलिए महिलाओं का नाम सम्पत्ति के दस्तावेज में नही डाला जाता है
