दिल्ली से बिंदु ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि प्रॉपर्टी में हिस्सा होगा तो बेटी के दुःख तकलीफ में काम आएगा। मायके और ससुराल उसे अपना नही समझते। पराया मानते हैं। ऐसे में बेटियों को प्रॉपर्टी में हिस्सा मिलना चाहिए।