दिल्ली के नंदनगरी से धानी श्रमिक वाणी के माध्यम से कहती है कि महिलाओं को प्रॉपर्टी में हिस्सा मिलना चाहिए। सम्पति के अधिकार से महिलाएँ आर्थिक तौर पर सशक्त बनती है। सामाजिक तौर पर भी मनोबल बढ़ता है। बच्चों और परिवार के पालन पोषण करने में सक्षम हो पाती है
