श्रमिक वाणी के माध्यम से सौरभ बता रहे हैं कि उनके पिता को लिवर में दिक्क्त है। वे ईएसआई जाते हैं तो वहां इलाज करने में समस्या आती है। इसलिए वे चाहते हैं कि ईएसआई में अच्छे से इलाज हो।