मध्यप्रदेश राज्य से हमारे श्रोता अरुण साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि कंपनियां मजदूरों के बारे में सोचें तब ही मजदूर कंपनियों के बारे में सोचेंगे