मध्यप्रदेश से हमारे श्रोता साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि जब से ट्रैन चलना बंद हुआ है तब से ही विकलांग वर्ग के लोग जो अपना गुज़ारा ट्रेनों में छोटी मोती चीज़ें बेच कर करते थे उनका रोजी रोटी ही थप हो गया है। साथ ही कह रहे है कि सरकार को उनपर ध्यान देना चाहिए तथा सभी विकलांगों के लिए राशन कारक बनवा देना चाहिए ताकि उनका बसेरा हो सके
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आपको बताना चाहते है कि रेलगाड़ियों में सामान बेचकर जीवन-यापन करने के लिए आपको रेलवे के अधिकांश रेलगाड़ियों और स्टेशंस पर खानपान विभाग का ज़िम्मा सम्भाल रही आईआरसीटीसी के सम्बंधित कार्यालय से सम्पर्क कर निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए सम्बंधित प्रमाण पत्रों के साथ आवेदन देकर लाइसेंस प्राप्त करना होगा, उसके बाद ही आप रेलगाड़ियों में सामान बेचने के लिए अधिकृत हो पाएँगे। आप से निवेदन है कि भविष्य में आप अपना प्रश्न हमारी वाणी सेवा के निःशुल्क नंबर 926-634-4222 पर कॉल कर पूछें, तो हम आपकी बेहतर मदद कर पाएँगे। साथ ही आपसे यह भी निवेदन है कि अगर हमारे द्वारा दी गयी जानकारी से आप संतुष्ट हैं और इससे आपकी सम्बंधित समस्या को हल करने में सहायता मिली है, तो अपना अनुभव हमसे ज़रूर साझा करें अपने मोबाईल में नम्बर तीन दबाकर, धन्यवाद।
Dec. 9, 2020, 10:24 a.m. | Tags: int-PAJ railways livelihood issues