मध्यप्रदेश से बी.के पटेल ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जो वाराणसी स्थित नेत्रहीनों का दुर्गाकुंड विद्यालय को बंद कर उद्योग खोलने का फ़ैसला लिया जा रहा है ,वो बिलकुल ग़लत है। उनके अनुसार देश के विकास के लिए कोई भी भूमि को अधिकृत कर उद्योग खोला जा सकता है। नेत्रहीनों के इस विद्यालय में कई नेत्रहीन विद्यार्थी पढ़ते है। यह बंद होने से विद्यार्थियों का भविष्य ख़त्म हो जाएगा। इसलिए सभी मिल कर इसे बंद होने से रोकने का प्रयास करें