हमारे एक श्रोता बलराम चौधरी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि उनके उनके पंचायत में गरीब तबके के लोग के पास बी.पी.एल कार्ड नहीं जबकि बाकि अन्य संपन्न लोग बी.पी.एल कार्डधारक हैं। मनरेगा भारत सरकार की अच्छी पहल हैं पर इसमें मज़दूरी दर बहुत ही कम हैं। कम मज़दूरी से गरीब तबके ले लोगों का उत्थान नहीं हो सकता। जिस प्रकार महंगाई बढ़ रही हैं उसी प्रकार से मज़दूरी भी मिलनी चाहिए। ताकि निम्न वर्ग के मज़दूर अपना परिवार का भरण-पोषण कर सके और बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध करा सके। देखा जा रहा हैं कि मनरेगा योजना निम्न वर्ग के मज़दूरों के लिए लाभकारी साबित नहीं हो रही हैं। इसके तहत काम करने वालों मज़दूरों को सही समय पर मज़दूरी नहीं मिलती हैं। यहाँ तक कि घूसखोरी जैसी मुद्दे के कारण लाभ कोई और उठा ले जाता हैं। बलराम के अनुसार यह योजना लाभकारी तभी साबित होगी जब इसकी कुछ त्रुटियों को प्रशासन दूर करने का प्रयास करेंगे