मध्यप्रदेश के रीवा जिला से प्रमोद द्विवेदी जी ने हमारी वाणी के माध्यम से बताते हैं कि 200-500 के नए नोट जो व्यक्तिगत दृष्टिहीन दिव्यांगों को पहचानने में दिक्कत होती थी इसलिए दिल्ली उच्च न्यायलय ने समीक्षा करने का फैसला किया है।
मध्यप्रदेश के रीवा जिला से प्रमोद द्विवेदी जी ने हमारी वाणी के माध्यम से यह जानना चाहते हैं कि रेलवे में सी -डी ग्रेड की वैकेंसी से सम्बंधित जानकारी यदि किसी के पास हो तो वे साझा कर सकते हैं।
मध्यप्रदेश के रीवा जिला से प्रमोद द्विवेदी जी ने हमारी वाणी के माध्यम से राकेश कुमार जी द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब दिया है, उन्होंने बताया है कि देहरादून ब्रेल प्रेस का नंबर जस्ट डायल से ले सकते हैं
जिला रेवा मध्यप्रदेश से विजय कुमार कुशवाहा जी हमारी वाणी के माध्यम से बता रहे है कि ये एक दृष्टवादित व्यक्ति है और इन्हे रोजगार की जानकारी दी जाये
एमपी रीवा से प्रमोद द्विवेदी ने हमारी वाणी के माध्यम से जानना चाहते हैं कि उनका डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट दिल्ली के पते पर बना है। क्योंकि वे एमपी के रहने वाले हैं तो क्या उनको एम् राज्य का डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट अलग से बनवाला होगा ?और रेलवे का इ-कंसेशन पास कैसे बनता है ? इसकी जननकारी दें
Raghav from Riga District, Madhya Pradesh is Visually Impaired. He is skilled in singing and ask for some work in music. He gives his number 8878456821
Shiv Kumar from Rewa, Madhya Pradesh informs about The Blind Relief Association, Delhi where visually disabled people are taught Candle making, Soap making, Stitching, etc are taught. Computer education is also taught there.
मध्यप्रदेश से साकेत कुमार कहते हैं कि हमारी वाणी विकलांग व्यक्तियों के लिए एक बहुत अच्छी सेवा है। इससे बहुत अच्छी -अच्छी जानकारी मिलती है
एमपी रीवा से शिव कुमार द्विवेदी जी ने हमारी वाणी के माध्यम से बताया कि वे सौ प्रतिशत दृष्टिबाधित हैं और उन्होंने आठवीं से लेकर मेट्रिक की परीक्षा में 76% हैं ,बारहवीं में 53% हैं ,बीए फ़ाइनल परीक्षा में 65% हैं और एमए में 66% प्राप्त हुआ है लेकिन उन्होंने किसी भी बीएड या डीएड की मान्यता डिग्री नहीं की है। आर्थिक व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण वे आगे की पढ़ाई नहीं कर पाए हैं। इसलिए वे सरकारी जीवन यापन करने के लिए रोजगार दिया जाने की मांग कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश जिला रीवा,ग्राम पाली से शिव कुमार द्विवेदी जी हमारी वाणी के माध्यम से कहते है कि ये एक दृष्टिबाधित व्यक्ति है, और ये अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके है। खंडपीठ इंदौर एवं ग्वालियर के द्वारा आदेशित किया गया था कि दिव्यांग लोगो का सिर्फ इंटरव्यू लेकर सीधी भर्ती मिलना चाहिए। साथ ही सरकार दिव्यांग व्यक्ति को ध्यान दे एवं सभी दिव्यांग लोगो को जीवन-यापन के लिए सरकारी नौकरी दे।