जारन डांगे जी चतरा झारखण्ड से कहते है कि ये दोनों आँखों से दृष्टिहीन है और ये हमारी वाणी कार्यक्रम बराबर सुनते है। इसे सुनकर इन्हे हिम्मत मिलती है।