जिला छिंदवाड़ा से नितेश जी हमारी वाणी के माध्यम से कहते है कि मंजुनाथ की कहानी से हमें प्रेरणा मिलती है कि कभी भी किसी भी व्यक्ति को दुर्बल नहीं समझना चाहिए। हर किसी में एक कमी ज़रूर होती है, परन्तु भगवान उसे दुगनी ख़ुशी भी देती है। विकलांगो में काफी प्रतिभा होती है,उन्हें विकलांग न समझे।